उज्जैन। चार कलेक्टरी और धार्मिक नगरी उज्जैन में कम समय में सभी वर्ग के लोगों के दिलों पर राज करने वाले पूर्व कलेक्टर संकेत भोंडवे को कई मानक पैमानों पर खरा उतरने के बाद टीम मोदी के सबसे महत्वपूर्ण मंत्रालय की कमान सौंपने के निर्देश जारी किए गए। पहले IAS अफसर संकेत भौंडवे के पास एक जिले की कमान थी लेकिन अब उनके कार्य क्षेत्र में देशभर के साढे छह सौ जिले हैं। आपको यह जानकर आश्चर्य होगा कि मोदी सरकार के सबसे महत्वपूर्ण परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय का बजट छह लाख करोड़ से ज्यादा है।
वैसे तो उज्जैन में कई आईएएस अफसरों की तैनाती हुई है लेकिन IAS अफसर संकेत भौडवे की गिनती ऐसे अधिकारियों में होती है जो उज्जैन शहर से प्रेम रखते हैं । उज्जैन का विकास करना उनकी पहली प्राथमिकता में शुमार रहा है। सिंहस्थ के बाद की चुनोटिपूर्ण जिम्मेदारी सम्भाली गयी ।महाकाल मंदिर को राष्ट्रीय स्तर पर राष्ट्रपति से पुरस्कृत कराना इतिहास बनाया गया।
उज्जैन से दिल्ली की ओर आईएएस अफसर संकेत भोंडवे की राह काफी आसान रही। आमतौर पर सीधे भर्ती के आईएएस अफसर दिल्ली में बड़े मंत्रालयों में जाने के सपने हमेशा से संजोते आए हैं मगर कुछ ही अधिकारियों के सपने पूरे होते हैं उन्हीं में से एक आईएएस अफसर संकेत भोंडवे भी है।
सबसे ताक़तवर मंत्री नितिन गड़करी के यहाँ काम देखेंगे।
प्रधानमंत्री कार्यालय से किया गया यह चयन हज़ारों में एक IAS को नसीब होता।छोटी उम्र में बड़ी जिम्मेदारी हासिल करने वाले भी आईएएस अफसर संकेत भोंडवे ही हैं । मोदी सरकार की धारणा है कि कम उम्र के आईएएस अफसरों को बड़ी जिम्मेदारी देकर उनसे लंबे समय तक देश के लिये काम लिया जा सकता है । आमतौर पर अनुभवी और वरिष्ठ आईएएस अफसरों की पदस्थी और उनसे काम लेने का दौर शुरू होते ही उनकी सेवानिवृत्ति हो जाती है। ऐसे में कामकाज काफी हद तक प्रभावित होता है । आईएएस अफसर संकेत भोंडवे अभी 30 साल और सेवाएं देंगे । ऐसे में सरकार उनसे लंबे समय तक काम ले सकती है। इसके अलावा और भी कई ऐसे कारण है जिसकी वजह से मोदी सरकार में IAS अफसर को बड़ी जिम्मेदारी मिली है।
तीन राष्ट्रपति और दो प्रधानमंत्री अवार्ड मिले
IAS अधिकारी संकेत भौंडवे को अपनी कार्यशैली और मेहनत व लगन के कारण नौकरी के छोटे से कार्यकाल में 3 राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री पुरस्कार मिल चुके हैं। इसके अलावा राज्यपाल व मुख्यमंत्री से कई बार सम्मानित हो चुके हैं। इसी वजह से आईएएस अधिकारी दिल्ली में काम करने का मौका दिया गया है।
विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अहम जाने जिम्मेदारी
अगर चुनाव की बात की जाए तो आजादी के बाद से अभी तक सड़क, बिजली और पानी तीन महत्वपूर्ण मुद्दे को लेकर चुनाव लड़े जाते रहे हैं । इस बार भी विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में केंद्र सरकार के परिवहन मंत्रालय की अहम जिम्मेदारी है। यह मंत्रालय आने वाले विधानसभा ही नहीं बल्कि लोकसभा चुनाव भी प्रभावित करेगा । इसी वजह से यहां महत्वपूर्ण पदों पर जिम्मेदार और मेहनती अफसरों को मौका दिया गया है। यही कारण है कि उज्जैन के पूर्व कलेक्टर संकेत भोंडवे की परिवहन राजमार्ग मंत्रालय में तैनाती की गई है।
सबसे ताकतवर मंत्री के यहां मिली है जिम्मेदारी
उज्जैन के पूर्व कलेक्टर संकेत भोंडवे को पीम मोदी के सबसे ताकतवर मंत्री नितिन गडकरी के यहां जिम्मेदारी सौंपी गई है। देशभर के हजारों आईएएस अफसरों में संकेत भोंडवे का चयन किया गया है । यह उज्जैन के लिए भी गौरव की बात है। बताया जाता है कि 1 सप्ताह बाद उज्जैन कलेक्टर अपने दिल्ली के अनुभव के साथ एक-दो दिनों के लिए उज्जैन आ सकते हैं।