उज्जैन। उज्जैन की केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में जेल अधिकारियों की मेहनत के कारण दशा और दिशा दोनों बदल गई है । केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में एक ऐसा पॉइंट भी बन गया है जहां रोज के दिया कर सुकून की सांस लेते हैं।
उज्जैन की केंद्रीय जेल भेरूगढ़ की शाख अब मध्यप्रदेश की उन जेलों में शुमार हो गई है जो आईएसओ होने के साथ-साथ हाईटेक और कैदियों का जीवन परिवर्तन करने वाली जेल है। केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में इन दिनों कैदी एक आकर्षक पॉइंट बनाने में जुटे हुए हैं। इस पॉइंट जेल के भीतर प्रवेश करने वाला वह कारीडोर है जहां से आम कैदि भी जेल में प्रवेश करते हैं । जेल प्रशासन के आला अधिकारी और अन्य कर्मचारी भी इसी कारीडोर से अंदर जाते हैं। जेल के अधिकारी बताते हैं कि प्रतिदिन शाम को जेल में रहने वाले बंदी इसी स्थान पर आते हैं और सकून से खड़े होकर सकारात्मक ऊर्जा लेकर बेरक के अंदर चले जाते हैं । दरअसल यह पूरा हिस्सा जेल के भीतर का ही है, लेकिन इस स्थान का प्रयोग उपयोग उस समय किया जाता है जब कैदी अपने परिवार वालों से मुलाकात करने के लिए आता है। इसके अलावा इस स्थान का उपयोग जेल के भीतर प्रवेश करने और बाहर निकलने में भी होता है । कारिडोर पर बनाए गए सेल्फी पॉइंट की सबसे बड़ी विशेषता है कि यहां सांप्रदायिक सौहार्द का भी संदेश दिया जा रहा है । जहां सेल्फी पॉइंट की दीवारों पर भगवान महाकाल का शिवलिंग और मंगलनाथ मंदिर की तस्वीर बनाई गई है। वहीं भगवान बुद्ध और महावीर के चित्र भी अंकित किए गए हैं। इसके अलावा सभी धर्मों को मानने वालों की भावना का भी ध्यान रखा गया है। जेल में बंद कैदियों द्वारा अद्भुत चित्रों को प्रदर्शित करने के उद्देश्य से अपनी कारीगरी का नमूना सामने रखा गया है।
जेल अधीक्षक को जाता है श्रेय
केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में पिछले 10 महीने में अलग-अलग परिवर्तनों का दौर चल रहा है जिसका लाभ जेल के कैदियों और उनके परिवार वालों को भी मिल रहा है। जेल से पॉजिटिव एनर्जी लेकर कैदी बाहर जा रहे हैं । इसका श्रेय जेल अधीक्षिका अलका सोनकर को जा रहा है। जेल अधीक्षिका अलका सोनकर ने जहां जेल में पढ़ने लिखने वाले कैदियों के लिए विशेष रूप से सकारात्मक पहल की है । वहीं ऐसे मजबूर और निर्धन कैदियों की भी मदद की जा रही है जो प्रतिभा के धनी होने के बावजूद आगे नहीं बढ़ पा रहे है। जेल सूत्रों की माने तो जेल प्रशासन से कुछ लोगों ने ऐसे बंदियों को भी रिहा करवाने का काम किया है जो मामूली आर्थिक जुर्माना नहीं भरने की वजह से जेल की हवा खा रहे थे। इसके अलावा कई अच्छे व्यवहार रखने वाले बंदियों का पैरोल भी जेल प्रशासन के अधिकारियों की मदद से संभव हो पा रहा है।
जेल की उपलब्धियां
– केंद्रीय जेल भेरूगढ़ को आईएसओ का दर्जा मिल गया है ।
– केंद्रीय जेल भेरूगढ़ के बंदी बृजेंद्र सिंह ने हाल ही में ITI में मध्य प्रदेश टॉप किया है ।
– केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में बंद कैदी आकर्षक पेंटिंग बना रहे हैं ।
– केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में हाईटेक गोशाला भी तैयार की गई है ।
– केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में कैदियों को शिक्षा प्राप्त करने के लिए विशेष पहल की जा रही है।
– भेरूगढ़ जेल में आकर्षक साड़ियां तैयार की जा रही है जिसकी काफी डिमांड आ रही है।
– जेल में हाल ही में IPL की तर्ज पर क्रिकेट मैच प्रतियोगिता भी आयोजित की गई।
– जेल में गायन कला को प्रोत्साहित करने के लिए एक आर्केस्ट्रा भी तैयार किया गया है।
जेल के अंदर सैल्फी पाइंट की तस्वीर