उज्जैन। उज्जैन के कलेक्टर मनीष सिंह ने गुरुवार को दो आदेश जारी किए है। दोनों आदेशों सुर्खियां बटोर रहे है । एक आदेश जहां मानव संवेदना से जुड़ा है वही दूसरा आदेश वीआईपी कल्चर को समाप्त करने वाला है । दोनों ही आदेशों को लेकर पूरे शहर में चर्चाओं का बाजार गर्म है। यह भी बात कही जा रही है कि अब निजी अस्पतालों द्वारा आम लोगों पर अत्याचार नहीं चलने वाला है।
पहला आदेेेश – उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह ने मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को पत्र लिखकर एस एस गुप्ता अस्पताल में बरती जा रही लापरवाही के आरोपों को जांचने को कहा है । कलेक्टर मनीष सिंह स्पष्ट रूप से निर्देश दिए हैं जिस प्रकार 11 महीने के बालक यश को लेकर शिकायत सामने आ रही है, उसमें तीन दिवस के भीतर सीएमएचओ को प्रतिवेदन भेजना है। cmho डा राजू निदरिया में पूरे मामले की कमेटी बनाकर जांच भी शुरू करवा दी है।
दूसरा आदेश- महाकालेश्वर मंदिर को लेकर दूसरा आदेश जारी किया गया है। इस आदेश में उल्लेख किया गया है कि सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को जो मंदिर समिति की ओर से पूर्व में कहीं कोई पास जारी किया गया तो उसे अब निरस्त माना जाए। इस आदेश के जरिए कलेक्टर ने वीआईपी कल्चर को समाप्त करने की कोशिश की है।