उज्जैन। महाकालेश्वर मंदिर के बाहर महासंग्राम का वीडियो देखकर हर कोई हैरत में है। महाकाल मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालु आते हैं और लाखों रुपए का प्रसाद और फूल बिकता है । ऐसे में फूल और प्रसाद बेचने को लेकर प्रतिस्पर्धा शुरू से चली आ रही है, लेकिन पहले प्रतिस्पर्धा करने वालों पर लगाम भी कसी जा चुकी है । पूर्व कलेक्टर ने तीन दुकानों पर ताला लटका दिए थे , जिसके बाद लंबे समय तक व्यवस्था ठीक रही। एक बार फिर अब कलेक्टर मनीष सिंह पर निगाह है कि वे किस प्रकार के कदम उठाते हैं?
महाकालेश्वर मंदिर के बाहर फुल प्रसाद बेचने को लेकर राकेश और राहुल के परिवारों के बीच जमकर मारपीट हुई। दोनों ही परिवार महाकाल मंदिर के बाहर फुल प्रसाद विक्रय करते हैं। ऐसे में उनके बीच जिस प्रकार से मारपीट का वीडियो वायरल हुआ है, उसे देखकर लोग हैरत में है। महाकालेश्वर मंदिर में प्रतिदिन हजारों की संख्या में देशभर से श्रद्धालु आते हैं। मारपीट का यह वीडियो देश भर में वायरल हो चुका है। इसके अलावा राष्ट्रीय न्यूज़ चैनल पर मारपीट का वीडियो सुर्खियां बटोर रहा है। महाकाल थाना पुलिस ने राहुल और राकेश की शिकायत पर एक-दूसरे के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है । अभी दोनों ही पक्षों की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है, लेकिन जिस प्रकार का वीडियो सामने आया है, उसने मंदिर के बाहर और आसपास के क्षेत्रों में व्यवस्थाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं । महाकालेश्वर मंदिर परिसर में और परिसर के बाहर पूर्व में अव्यवस्था फैलाने वाले व्यापारियों के खिलाफ पूर्व कलेक्टर संकेत भोंडवे ने कार्रवाई की थी । श्री भोंडवे ने तीन दुकानों को सील कर दिया था। इसके अलावा भिक्षुकों की एक गाड़ी भी उज्जैन से रवाना की गई थी। इस गाड़ी में कई भिक्षुकों को बिठाकर उज्जैन से रवाना कर दिया गया था , जिसके बाद लंबे समय तक महाकाल मंदिर के आसपास व्यवस्था ठीक रही । अब नवागत कलेक्टर भी महाकाल मंदिर के आस-पास की व्यवस्थाओं को बना रहे है। कलेक्टर मनीष सिंह महाकाल मंदिर के अंदर VIP और आम लोगों के बीच मतभेद मिटाने के लिए कई आवश्यक कदम उठाए हैं, जिसकी देशभर में सराहना हो रही है। अब कलेक्टर मनीष सिंह पर से यही उम्मीद की जा रही है कि जैसी तस्वीर आज देशभर में अव्यवस्था को लेकर सामने आई है वैसा मामला भविष्य में सामने नहीं आए।