उज्जैन। धार्मिक नगरी उज्जैन में 6 लोगों ने एकमत होकर 12 सो रुपए के लिए रमेश नामक युवक को मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने इस हत्याकांड में 4 लोगों को गिरफ्तार किया है। इनमें से दो नाबालिक है, जबकि दो आरोपी फरार है।
उज्जैन के महाकाल थाना क्षेत्र में 2 दिन पहले रमेश गहलोत निवासी कछालिया चांद थाना झार्डा की चाकू घोंपकर हत्या कर दी गई थी। इस हत्याकांड को सुलझाने में पुलिस को काफी मशक्कत करना पड़ी । हालांकि सीसीटीवी कैमरे के जरिए हत्याकांड का राज खुल गया । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने बताया कि इस हत्याकांड का खुलासा करने में IPS अधिकारी अभिजीत रंजन, कोतवाली सीएसपी आर के राय के नेतृत्व में एक टीम गठित की गई थी। पुलिस सीसीटीवी कैमरे से मिले फुटेज के आधार पर नाना कहार निवासी कहार वाड़ी को हिरासत में लिया। आरोपी नाना से कड़ी पूछताछ के दौरान पता चला कि हर्ष उर्फ घनश्याम वर्मा, रोहित कहार, मन्नू कहार व दो अन्य नाबालिग के साथ मिलकर हत्याकांड को अंजाम दिया था। इस मामले में रोहित और मन्नू अभी फरार है । पुलिस दोनों की तलाश कर रही है। आरोपियों ने हत्याकांड की वारदात को अंजाम देने में जिन हथियारों का उपयोग किया है, उनके संबंध में भी पूछताछ की जा रही है ।
पुलिस के मुताबिक आरोपियों ने लूटपाट के इरादे से वारदात की थी। आरोपियों के कब्जे से रमेश का मोबाइल फोन, SIM कार्ड और ₹800 की नगदी भी जब्त की ही है। वारदात के समय रमेश के पास कुल 1200 रूपए थे। इस प्रकार आरोपियों ने महज ₹1200 के लिए हत्याकांड को अंजाम दे दिया। आरोपी अगर फरियादी से लूटा गया माल बटवारा करते हैं तो उनके हिस्से दो-दो सौ रूपये आते। ऐसी स्थिति में स्पष्ट है कि ₹200 के लिए हत्याकांड को अंजाम दिया गया है। इस अंधे कत्ल को सुलझाना में महाकाल थाना प्रभारी महेंद्र सिंह परमार, उपनिरीक्षक निरंजन शर्मा, आरक्षक इंद्र विक्रम, भंवरलाल, शशांक, पंकज, शहजाद, हुकुम, सुभाष, भरत शर्मा का अहम योगदान रहा है।