इंदौर/ उज्जैन। 300 करोड़ रुपए से ज्यादा के जमीन व प्लाॅट घोटाले में फरार पिनेकल ड्रीम टाउनशिप के संचालक व जेएसएम डेवकान इंडिया लिमिटेड के डायरेक्टर आशीष दास को क्राइम ब्रांच ने मुंबई के सांताक्रूज इलाके से गिरफ्तार किया है। आरोपी आशीष दास मूल रूप से उज्जैन का रहने वाला है और उसके प्रोजेक्ट में उज्जैन के भी कई लोगों का पैसा लगा है।
आशीष दास पर डीआईजी हरिनारायण चारी ने 20 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था। इसने पिनेकल ड्रीम, पिनेकल डिजायर और पिनेकल ग्रैंड नाम की लग्जरी टाउनशिप में फ्लैट दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों की धोखाधड़ी की थी। इसके साथी पुष्पेंद्र वडेरा को भी पुलिस तलाश रही है। इस पर भी इनाम घोषित है।
पुलिस के मुताबिक आरोपी आशीष दास के खिलाफ विजय नगर, लसूड़िया और बाणगंगा थाने में धोखाधड़ी करने, एक प्लाॅट की कई रजिस्ट्रियां करने व फर्जीवाड़े की कई तरह की शिकायतें दर्ज हैं। यह अपने परिवार सहित शहर छोड़कर भाग गया था। इसके प्रोजेक्ट का प्रमोशन गोविंदा, रितिक रोशन और सोनाक्षी सिन्हा जैसे कलाकारों ने किया था। फिल्म डायरेक्टर वासु भगनानी के ब्रांड ‘पिनेकल’ के नाम पर इन लोगों ने आम लोगों को सब्जबाग दिखाकर आलीशान फ्लैट बेचने के नाम पर धोखाधड़ी की थी।
सूत्रों की मानें तो आरोपी आशीष दास लंबे समय से अपने रसूख के कारण पुलिस से बचता रहा है। फरारी के दौरान कई बार इंदौर भी आया, लेकिन जब पुलिस पर आम जनता का दबाव बढ़ने लगा तो क्राइम ब्रांच को डीआईजी ने गिरफ्तारी के लिए निर्देश दिए। बताते हैं कि आशीष अपनी कार से मुंबई के सांताक्रूज इलाके में घूम रहा था, तभी क्राइम ब्रांच ने पीछा कर उसे गिरफ्तार कर लिया। छोड़ने के लिए उसने लाखों रुपए का लालच भी दिया था लेकिन पुुुलिस ने उसकी नहीं मानी।
इंदौर के 282 लोगों ने आरोपी और उसकी कंपनी के खिलाफ फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी की शिकायतें कर रखी हैं। पीड़ितों ने संघर्ष समिति भी बना रखी है जो बॉम्बे हाई कोर्ट व रेरा में इनके खिलाफ केस लड़ रही है। समिति के अध्यक्ष डॉक्टर एसएल शर्मा ने बताया- पिनेकल ड्रीम और पिनेकल डिजायर में 261 फ्लैट हैं, जिसमें से 161 फ्लैट आरोपी आशीष दास और पुष्पेंद्र वडेरा ने लिए थे। इन्होंने लोगों को एक ही फ्लैट की कई रजिस्ट्रियां कर धोखाधड़ी की थी। लोगों से करोड़ों रुपए वसूल कर फरार हो गए थे।
उज्जैन के लोगों का पैसा फंसा
आरोपी आशीष दास मूल रूप से उज्जैन का रहने वाला है और उज्जैन में भी कई लोगों ने आशीष दास पर भरोसा कर उसके प्रोजेक्ट में पैसा लगा दिया था। सूत्रों की माने तो उज्जैन के लोगों का करोड़ों रुपया आशीष दास के प्रोजेक्ट में फंस गया है । आशीष दास ने चंद सालों में अपनी साधारण जिंदगी को लग्जरी बना दिया था । आरोपी आशीष दास के बारे में बताया जाता है कि वह कुछ ही सालों पहले छोटा सा व्यापार करता था लेकिन धीरे-धीरे उसने इंदौर जैसे बड़े शहर में अपना बड़ा कारोबार जमा लिया था। इस काम में उसकी कई लोगों ने मदद की हालांकि जिन लोगों ने मदद की आज वही उसके लिए परेशानी का सबब बन गए हैं । जिन लोगों से आशीष दास ने रुपए लिए थे उन्हें पलट कर मुंह नहीं दिखाया। संभवता इंदौर में प्रॉपर्टी बाजार में यह सबसे बड़ी धोखाधड़ी के रूप में सामने आई है। इस मामले में उज्जैन में भी शिकायत हो सकती है।