ड्रग्स: इंदौर पुलिस का सामाजिक चेहरा.. संजीवनी ने बदल दिया 16 साल की छात्रा का जीवन..

इंदौर। इंदौर पुलिस का एक ऐसा सामाजिक चेहरा सामने आया है, जिसकी चारों तरफ तारीफ हो रही है। संजीवनी नामक अभियान के जरिए पुलिस ने 16 साल की एक छात्रा को मौत के दलदल में जाने से बचा लिया । छात्रा ड्रग्स की आदी हो गई थी और वह अपनी जीवन लीला समाप्त करने जा रही थी। इंदौर में पुलिस को सूचना मिली थी कि 16 साल की छात्रा तन्वी (परिवर्तित नाम) अपने हाथ की नस काट कर जीवन लीला समाप्त कर रही है

। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अमरेंद्र सिंह संजीवनी को मिली सूचना के आधार पर छात्रा से संपर्क करने के निर्देश जारी किए। इसके बाद संजीवनी के माध्यम से छात्रा तन्वी के बारे में जब जानकारी हासिल की गई तो यह पता चला कि वह एक अन्य छात्रा कविता (परिवर्तित नाम) के संपर्क में है और कविता पिछले काफी समय से ले रही थी। कविता के संपर्क में आने के बाद तन्वी भी ड्रग्स लेने लग गई। दोनों की Facebook पर दोस्ती हुई थी। इसके बाद तक भी गलत दिशा में चल पड़ी । वह आए दिन अपने परिवार वालों से झगड़ा करती थी। इसके अलावा वह घर से रुपए भी चुरा लेती थी । पूरा मामला प्रकाश में आने के बाद संजीवनी के माध्यम से पुलिस ने मनोचिकित्सक के जरिए छात्रा की काउंसलिंग कराई , जिसके बाद उसका जीवन बदल गया है। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि डीआईजी हरिनारायण चारी के निर्देश पर अभियान चलाया जा रहा है , जिसकी वजह से कई विद्यार्थियों का जीवन बदल गया है जो भी विद्यार्थी अपने जीवन को नष्ट करने में लगे रहते हैं। उनके लिए संजीवनी अभियान संजीवनी बूटी से कम नहीं है। पुलिस के इस चेहरे और प्रयास की इंदौरी नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में तारीफ हो रही है।

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