उज्जैन/रतलाम। फिल्म मुकद्दर सिकंदर का वह गाना तो आपने सुना ही होगा जिसमें अमिताभ बच्चन मोटरसाइकिल पर सवार होकर यह गीत गाते हैं कि “रोते हुए आते हैं सब, हंसता हुआ जो जाएगा वह मुकद्दर का सिकंदर जानेमन कहलायेगा” लेकिन IPS अधिकारी और रतलाम एसपी गौरव तिवारी की दास्तां कुछ अलग ही है । वे हर जिले में मुस्कुराते हुए पदस्थ होते हैं और जब वहां से जाते हैं तो भावुकता की सारी हदें पार हो जाती है। रतलाम एसपी के रूप में पदभार ग्रहण करने वाले IPS अधिकारी गौरव तिवारी ऐसी शख्सियत हैं जिन पर फिल्म जगत भी फिदा है । आपको ध्यान होगा कि बालाघाट में करोड़ों रुपए का हवाला कारोबार का पर्दाफाश करने वाले IPS अधिकारी गौरव तिवारी पर एक फिल्म भी बनाई जा रही है। रियल जिंदगी के Singham गौरव तिवारी ने सोमवार को रतलाम में एसपी के रूप में पदभार ग्रहण कर लिया है। भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेने के बाद रतलाम पहुंचे । ips गौरव तिवारी से रतलाम जिले की जनता को काफी उम्मीदें हैं। IPS अधिकारी श्री तिवारी ने पदभार ग्रहण करने के बाद मुस्कुराहट के साथ जनता का अभिवादन किया। श्री तिवारी जहां भी जाते हैं वहां के आम लोगों को अपना पारिवारिक मित्र बना लेते हैं। यही कारण है कि जब भी इनका तबादला होता है तो जनता के आंसू टपकने लग जाते हैं । अपराधियों के लिए जिस प्रकार IPS अधिकारी रणनीति अपनाते हैं , उससे आम जनता में पुलिस के प्रति काफी विश्वास भी बढ़ता है । छिंदवाड़ा एसपी के रूप में अपनी सेवाएं देने के बाद जब श्री तिवारी का तबादला देवास हुआ तो वह अपने आंसू नहीं रोक पाए । यहां तक कि छिंदवाड़ा के लोगों ने भी श्री तिवारी से बिछड़ने के गम में अश्रुधारा प्रवाहित कर दी । हालांकि श्री तिवारी का तबादला आदेश संशोधित करते हुए उन्हें रतलाम एसपी के रूप में सेवाएं देने का आदेश जारी हुआ। पुलिस सूत्रों की माने तो देवास SP के रूप में सेवाएं दे रहे IPS अधिकारी अंशुमन सिंह से भी वहां की जनता संतुष्ट है। इसके अलावा रतलाम एसपी अमित सिंह का तबादला दूसरे शहर में किए जाने की वजह से रतलाम SP का पद खाली था। रतलाम उज्जैन संभाग का संवेदनशील जिला है और उसकी सीमाएं गुजरात से जुड़ती है । इसलिए रतलाम एसपी के रूप IPS अधिकारी गौरव तिवारी को पदस्थ किया जाना ही उचित था।
अपराध और अपराधियों की सिफारिश बर्दाश्त नहीं
रतलाम एसपी गौरव तिवारी ने पदभार ग्रहण करने के साथ ही रतलाम को अपराध मुक्त बनाने की बात कही है । गौरतलब है कि गौरव तिवारी ऐसे आईपीएस अधिकारी हैं जो अपराध के साथ-साथ अपराधियों की सिफारिश करने वालों से भी गणना करते हैं। उनका मानना है कि अपराधियों को अपने गुनाहों की पूरी सजा मिलना चाहिए। इसके अलावा अपराधियों की सिफारिशें भी नहीं होना चाहिए ताकि कानून निष्पक्ष होकर कार्रवाई कर सके। रतलाम एसपी गौरव तिवारी की गिनती ऐसे IPS अधिकारियों में होती है जो न्याय दिलाने के लिए बड़े से बड़े व्यक्ति की सिफारिश को भी दरकिनार कर देते हैं । ऐसे ही कुछ वाक्यें बालाघाट और छिंदवाड़ा में इतिहास बना चुके हैं।