उज्जैन। सरकार भले ही मध्य प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की हो या फिर कांग्रेस की हो, लेकिन इसे चलाते प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी ही है। भारतीय पुलिस सेवा के अधिकारी और भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी सरकार की रीढ़ होते हैं और सरकार की परछाई बनकर काम संभालते हैं ।यह बात राजनीतिक मंच और आम लोगों के बीच हमेशा चर्चा का विषय बनी रहती है। इतना ही नहीं इस दावे को कई बार महसूस भी किया जा चुका है ।एक बार फिर उज्जैन में यह उदाहरण देखने को मिल रहा है। जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर पुलिस और प्रशासन ने जितनी तैयारियां की है शायद उतनी तैयारी भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं और नेताओं की भी नहीं है। देखिए रिपोर्ट।
भारतीय जनता पार्टी की शिवराज सरकार एक बार फिर उज्जैन से चुनावी प्रचार की शुरुआत करने जा रही है । यह देखने में आया है कि भोपाल भले ही मध्य प्रदेश की राजनीतिक राजधानी हो लेकिन धार्मिक राजधानी के रूप में हमेशा उज्जैन नंबर वन पर रही है । यह माना जाता है कि उज्जैन से जो चुनावी शुरुआत होती है वह किला फतह करने के बाद ही समाप्त होती है । ऐसा उदाहरण एक बार नहीं बल्कि कई बार देखने को मिला है। मध्य प्रदेश की भाजपा की पूर्व स्टार प्रचारक उमा भारती ने भी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के खिलाफ उज्जैन से ही शंखनाद किया था। इसके बाद लगातार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भगवान महाकाल का आशीर्वाद लेकर ही 230 विधानसभा में आशीर्वाद लेने जाते रहे हैं। इसका परिणाम है कि भारतीय जनता पार्टी लगातार विजय होती आ रही है। इस बार फिर भारतीय जनता पार्टी 14 जुलाई से जन आशीर्वाद यात्रा के माध्यम से चुनावी बिगुल बजाने जा रही है । यह बात अलग है कि इस बार पूरा ध्यान राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की ओर आकर्षित हो रहा है ।
नानाखेड़ा स्टेडियम पर जोर शोर से तैयारियां चल रही है । पूरे शहर में ही नहीं बल्कि पूरे मध्यप्रदेश में उज्जैन की जन आशीर्वाद यात्रा चर्चाओं में है। जन आशीर्वाद यात्रा में मध्यप्रदेश के अधिकांश भाजपा विधायक और मंत्री शामिल होंगे । उज्जैन और इंदौर संभाग के नेता इस जन आशीर्वाद यात्रा में अपनी ताकत भी दिखाएंगे। हालांकि नानाखेड़ा पर तस्वीर सबके सामने है, जिसे लेकर बड़े-बड़े दावे किए जा रहे हैं और जो तस्वीर पर्दे के पीछे बन रही है, शायद उसकी कल्पना उज्जैन की राजनीति में सक्रिय नेता भी नहीं कर पा रहे होंगे। हम आपको एक ऐसी तस्वीर के बारे में बताना चाह रहे है जो नानाखेड़ा स्टेडियम पर जुटने वाली भीड़ की मुख्य रीढ़ बनेगी । उज्जैन के जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने पिछले 1 महीने से जन आशीर्वाद यात्रा को लेकर जो कसावट हो तैयारी की है । वह निश्चित ही काबिले तारीफ है । उज्जैन कलेक्टर संभागायुक्त एम बी ओझा, कलेक्टर मनीष सिंह, आईएएस दीपक आर्य, आईजी राकेश गुप्ता, डीआईजी रमन सिंह, एसपी सचिन कुमार अतुलकर, आईपीएस अभिजीत रंजन, एएसपी प्रमोद सोनकर, डिप्टी कलेक्टर बी बी तोमर, शैली कनास सहित जिलेभर के एसडीओपी, एसडीएम व अन्य अधिकारी दिनरात जनसमस्याओं को निपटाने में जुटे है।
प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने जनसुनवाई में आने वाली शिकायतों को ही निपटाने की रणनीति बनाई है , बल्कि CM हेल्पलाइन की शिकायतों को भी प्रमुखता से निपटा दिया गया है। ऐसी स्थिति में प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के प्रति आम लोगों का विश्वास और अधिक बढ़ा है। इसके अलावा यह भी संभावना जताई जा रही है कि CM की जनदर्शन यात्रा और रोड शो के दौरान आम लोग पेंडिंग शिकायतों को लेकर कोई भी शिकवा या विरोध नहीं कर पाएंगे। आमतौर पर यह देखने में आया है कि सरकार भले ही किसी भी राजनीतिक दल की हो लेकिन आम लोगों के काम और न्याय उन्हें प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों के दफ्तर से ही मिलता है सरकार की मंशा के अनुरूप अगर दोनों हमले पूरी ताकत के साथ जनता की समस्याओं का निदान करने में जुड़ जाए तो फिर सरकार के हाथ को मजबूत होने से कोई नहीं रोक सकता है। वर्तमान में ऐसी ही तस्वीर सामने आ रही है । प्रशासनिक और पुलिस विभाग के दफ्तरों में जिस प्रकार से शिकायतों का निराकरण और अन्य आंकड़े एकत्रित किए जा रहे हैं । उससे आम लोगों में सकारात्मक संदेश जा रहा है।