उज्जैन एसपी सचिन अतुलकर: एक साल बेमिसाल..

उज्जैन। कहते है कि अच्छा वक्त पंख लगाकर चलता है और बुरा समय चींटी की चाल रेंगता है.. उज्जैन एसपी के रूप में आईपीएस अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर को आज एक साल पूरा हो गया है। इस दौरान आम लोगों और पुलिस अधिकारियों को वक्त गुजरने का पता ही नहीं चला जबकि अपराधियों और  माफियाओं के लिए एक एक दिन भारी पड़ रहा है। देखिये खास रिपोर्ट।

सबसे छोटी उम्र में देश की सबसे कठिन परीक्षा आइएफएस पास करने वाले सचिन कुमार अतुलकर ने बड़ा इतिहास रचा था। IFS का मतलब इंडियन फॉरेन सर्विस होता है। आईपीएस और आईएएस से ऊपर आइएफएस होता है । आई एफ एस क्लियर करने के बावजूद सचिन कुमार अतुलकर ips को चुना। वे चाहते हैं तो IAS बनकर किसी भी जिले के कलेक्टर हो सकते थे, लेकिन उन्होंने आईएफएस और आईएएस को छोड़कर IPS चुना । आज IPS चुनने के उनके मायने साफ तौर पर समझ आते हैं। अभी से ऐसा कहा जा रहा है कि  पुलिस अधीक्षक आगे चलकर प्रदेश की कमान भी संभालेंगे। उज्जैन के इतिहास में IPS अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर ने अपराधियों और माफियाओं के खिलाफ जो कार्रवाई की है, शायद अभी तक इतने कम समय में किसी और अधिकारी ने इतिहास नहीं रचा है। उज्जैन के लोगों को ताबड़तोड़ न्याय मिलने की प्रक्रिया भी IPS अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर की पद्धति के बाद ही शुरू हो पाई है।

IPS अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर के फंडे बिल्कुल क्लियर है । सभी को संविधान के मूलभूत अधिकार के अंग समानता का अधिकार के नजरिया पर तोलते हैं । उनके लिए आम और खास सब बराबर होते हैं । जब भी न्याय करते हैं तो तराजू के पलड़े में यह नहीं देखते कि सामने वाला प्रभावशाली या पैसे वाला है। वे इस बात का आकलन करते हैं कि सही कौन है और गलत कौन है? इसी वजह से पुलिस कप्तान ने माफियाओं के साथ-साथ ऐसे लोगों पर भी कार्रवाई की जो खुद को प्रभावशाली और रसूखदार बता कर पुलिस से बचते आ रहे थे ।

जी हां IPS अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर की पदस्थापना के आदेश 13 जुलाई 2017 को हुए थे। उज्जैन के लोगों को उम्मीद थी कि IPS अधिकारी सचिन कुमार अतुलकर निश्चित अपराधों पर लगाम करेंगे, लेकिन किसी ने सोचा भी नहीं था कि 1 साल में 12000 से ज्यादा ऐसे लोगों पर कार्रवाई होगी जो कहीं ना कहीं अपराध से जुड़े हुए हैं । इसके अलावा पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर यातायात व्यवस्था, अवैध शराब के खिलाफ अभियान, जुएं, सट्टे के खिलाफ अभियान, प्रतिबंधात्मक कार्यवाही में भी रिकॉर्ड बनाया है । सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि पुलिस कप्तान सचिन कुमार अतुलकर ने केवल अपराधियों की सफाई नहीं की बल्कि अपने विभाग में भी ऐसे लोगों की सफाई करते हुए कारवाई की है जो कार्य के प्रति लापरवाही बरतते हैं ।पिछले 1 साल में पुलिस अधिकारियों को लाइन हाजिर करने और निलंबित करने का भी इतिहास रच रहा है। ऐसे में उज्जैन के लोग पुलिस की कार्यप्रणाली से काफी खुश है । पुलिस कप्तान सचिन कुमार अतुलकर गृहमंत्री भूपेंद्र सिंह के घर जिले में भी अपनी सेवाएं दे चुके हैं । इसके बाद उन्हें उज्जैन पोस्टेड किया गया है । इस प्रकार IPS अधिकारी की कार्यप्रणाली को लेकर लोग काफी खुश है।  लोगों का कहना है कि समय कब बीत गया यह पता ही नहीं चला लेकिन ऐसे अधिकारियों को कम से कम शासन के नियम अनुसार उज्जैन जिले में 2 साल का कार्यकाल पूरा करना चाहिए ।

उज्जैन चर्चा आईपीएस अधिकारी और उज्जैन एसपी सचिन कुमार अतुलकर के उज्जवल भविष्य की कामना करता है।

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