उज्जैन। कालों के काल महाकाल का जयकारा बोलने से मंगला के सरपंच गब्बर ठाकुर की जान बच गई । अगर गब्बर ठाकुर “जय श्री महाकाल” नहीं बोलता तो शायद उसकी मौत भी हो सकती थी। इस पूरे मामले की रिपोर्ट महाकाल थाने में दर्ज कर ली गई है । उधर गब्बर का इलाज सीएचएल अस्पताल में चल रहा है ।
महाकाल थाना पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक मांगरोला के सरपंच गब्बर ठाकुर का पिछले कुछ समय से जवासिया में रहने वाले गणेश गोस्वामी के साथ संपत्ति संबंधी विवाद चल रहा था। इसी विवाद को लेकर 15 दिन पहले दोनों के बीच विवाद हुआ था। इसी रंजिश के चलते शुक्रवार को गणेश गोस्वामी ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर चिंतामन मार्ग पर गब्बर ठाकुर को रोक लिया। उस समय गब्बर ठाकुर अपनी XUV कार में सवार होकर गांव की ओर जा रहे थे । पहले तो तीनों आरोपियों ने जय श्री महाकाल बोलकर गब्बर ठाकुर का अभिवादन किया। जैसे ही गब्बर ठाकुर ने उनका जवाब देते हुए जय श्री महाकाल बोला, वैसे ही गणेश गोस्वामी ने गब्बर पर गोली चला दी । सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि जब गब्बर ने जय श्री महाकाल बोला उसी समय उसने अपनी गर्दन भी भगवान के अभिवादन में झुका दी। इस दौरान गोली का निशाना चूक गया और गब्बर के सिर के ऊपरी हिस्से को पार करते हुए गोली कार की छत में धंस गई। इस घटना की जानकारी मिलने के बाद गब्बर को घायल अवस्था में सीएचएल अस्पताल पहुंचाया गया । गब्बर की शिकायत पर महाकाल थाना पुलिस ने तीनों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। इस मामले में पुलिस सूत्रों का कहना है कि 1 संदिग्धों को भी हिरासत में लिया गया है। पुलिस के मुताबिक आरोपी गणेश गोस्वामी गंभीर अपराध के मामले में पूर्व में भी गिरफ्तार हो चुका है। पुलिस के अनुसार अगर गब्बर घटना के समय सिर नहीं झुकाता तो बड़ा रूप धारण कर सकता था। पुलिस का यह भी कहना है कि गब्बर गोली काफी करीब से चलाई गई है। इस घटना से जवासिया क्षेत्र में सनसनी फैल गई है।