उज्जैन। उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम जियाजी गढ़ में मिली सिर कटी लाश के मामले में रात 10 बजे एफएसएल की टीम और क्राइम ब्रांच की टीम एक बार फिर मौके पर पहुंची और आरोपियों के खिलाफ सबूत एकत्रित किए । एफएसएल और पुलिस की इन्हीं बारीकियों के कारण गंभीर अपराधों में सजा का ग्राफ बढ़ा है।

शनिवार को पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर उन्हेल थाना क्षेत्र के ग्राम जियाजीगढ में हुए हत्याकांड की गुत्थी सुलझाते हुए राजेश नाथ और उसकी प्रेमिका फोरी बाई को गिरफ्तार किए जाने का खुलासा किया था। इस खुलासे के बाद आरोपियों के खिलाफ और सबूत एकत्रित करने की कार्रवाई शुरू की गई। एफएसएल अधिकारी डॉ प्रीति गायकवाड और क्राइम ब्रांच की टीम को एक बार फिर मौके पर भेजा गया। पुलिस अधिकारियों की टीम ने मौके से कई ऐसे साक्षी भी एकत्रित किए जो आरोपियों को दोषी साबित करने में काफी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे । एफएसएल अधिकारी डा गायकवाड के कारण पूर्व में भी कई मामलों में आरोपियों को सजा हो चुकी है। कुछ ही दिनों पहले ऐसा ही एक फैसला सामने आया था जब अधिकारी डा गायकवाड़ की चतुराई के कारण आत्महत्या का मामला हत्या में तब्दील हुआ और आरोपी महिला को आजीवन कारावास की सजा भी हुई। दरअसल उक्त मामले में पुलिस को कई ऐसे सबूत एकत्रित करना है, जो अंधे कत्ल में आरोपी के खिलाफ ठोस प्रमाण हो। जिसके जरिए उसे सजा दिलाई जा सके।
इस हत्याकांड से जुड़ी महत्वपूर्ण बातें-
– जो लोग यह सोचते हैं कि पुलिस केवल दबाव और प्रभाव में ही काम करती है उन्हें इस मामले पर भी नजर दौड़ानी चाहिए।
– पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर निर्देश पर ऐसे हत्याकांड में पुलिस दिन-रात जुटी हुई है जो एक मजदूर से जुड़ा हुआ मामला है और अभी तक उस मजदूर की पूरी तरह पहचान तक नहीं हो पाई है।
– एफएसएल अधिकारी डा प्रीति गायकवाड़ और क्राइम ब्रांच का मुख्य उद्देश्य राजेश नाथ के डीएनए और अन्य तकनीकी पॉइंट के जरिए उसे गुनहगार साबित कर अंजाम तक पहुंचाना है ।
– पुलिस हत्याकांड के मामले में मृतक के परिवार वालों की तलाश करने के साथ-साथ आरोपियों के परिवार वालों की भूमिका पर भी जांच कर रही है ।
– इस हत्याकांड में प्रयुक्त हथियार भी बरामद करने की कोशिश जारी है।
– पुलिस ने लक्की हत्याकांड के मामले में वैज्ञानिक साक्ष्य एकत्रित करने पर भी जोर दे रही है।