एसपी ने कहा मैंने रिकार्ड बनाने के लिए नहीं खौफ पैदा करने के लिए उठाया कदम

उज्जैन। मैंने नाबालिग लड़की के दुष्कर्म के मामले में रिकॉर्ड कायम करने के लिए जल्द सजा कराने की कोशिश नहीं की, बल्कि अपराध करने वालों में इस बात का खौफ पैदा होगी पुलिस सख्त कार्रवाई कर रही है .. अगर अपराधी ऐसे घिनौने अपराध को जन्म देगा तो उसका अंजाम भी काफी सख्त होगा..।

पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने ऐतिहासिक फैसले के मामले में उक्त बात कही । पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने 15 अगस्त को घटिया थाना क्षेत्र के ग्राम जलवा में 4 वर्षीय बालिका के साथ हुए दुष्कर्म के मामले में ताबड़तोड़ कार्रवाई कर एक ही दिन में सजा दिलवाने का ऐतिहासिक कार्य टीम के साथ अंजाम दिलवाया है।  उज्जैन का यह फैसला उस समय आया है जब मंदसौर के दुष्कर्म के मामले में दोनों आरोपियों को फांसी की सजा सुनाई गई है। पुलिस अधीक्षक सचिन अतुलकर ने मंगलवार को पत्रकार वार्ता में स्पष्ट रूप से कहा कि 4 वर्षीय मासूम बालिका के दुष्कर्म की शिकायत सामने आने के बाद ही यह तय कर लिया गया था कि दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी । पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर के मुताबिक इस पूरे ऐतिहासिक काम में कई अलग-अलग विभागों ने पूरा सहयोग दिया । जहां स्वास्थ्य विभाग ने अपनी सेवाओं में कोई कमी नहीं रखी उसी प्रकार कानून के जानकारों ने भी पुलिस को पूरा सहयोग दिया। पुलिस ने 15 अगस्त की रात दर्ज हुए प्रकरण के मामले में 16 अगस्त को डीएनए परीक्षण के लिए सबूतों को सागर भेजा था। वहां भी पुलिस विभाग के अधिकारियों को पूरा सहयोग किया गया। इसके बाद सोमवार को जब माननीय न्यायालय के समक्ष 14 गवाहों के साथ समस्त दस्तावेज और चालान पेश किया गया तो माननीय न्यायालय ने भी पूरे मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल उसी दिन फैसला सुना दिया । इससे पुलिस विभाग में काफी उत्साह है।

पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने इस ऐतिहासिक कार्य को लेकर 41 कर्मचारियों और अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र देने की बात कही है। इन 41 लोगों में कुछ पुलिस विभाग के अतिरिक्त विभागों से जुड़े हुए सम्मानीय लोग भी हैं। पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने बताया कि दुष्कर्म के मामलों में पुलिस आगे भी गंभीरता से कार्य करेगी। पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार ने बताया कि इस ऐतिहासिक फैसले के जरिए पुलिस विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई का एक संदेश भी दिया गया है। इस फैसले से महिलाओं से जुड़े अपराधों पर भी असर पड़ने की उम्मीद है । इसके अलावा नाबालिक के साथ हुए अपराधों पर भी इस फैसले का सीधा असर पड़ेगा। उन्होंने यह भी कहा कि माननीय न्यायालय की ओर से तत्काल फैसला आने के बाद आरोपी नाबालिग को बाल संप्रेक्षण गृह सिवनी भेज दिया गया है । आरोपी को 2 साल की सजा से दंडित किया गया है ।

यह भी कहा पुलिस कप्तान ने-

– पुलिस दुष्कर्म जैसे अपराधों के लिए पूरी कोशिश करेगी लेकिन इसके बावजूद यदि अपराध घटित होता है तो ऐसे प्रकरणों में जल्द ही दोषियों को दंडित कराया जाएगा ।

– पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर के सराहनीय कार्य को लेकर मुख्य अभियोजन अधिकारी साकेत व्यास ने उनका खड़े होकर स्वागत किया ।

– पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने पत्रकार वार्ता के दौरान सराहनीय कार्य करने वाले सभी पुलिसकर्मी और अधिकारियों व अन्य विभागों के अधिकारियों के नाम व उनके कार्य की प्रथक से जानकारी दी ।

– पुलिस अधीक्षक की पत्रकार वार्ता में उन पुलिसकर्मियों और अधिकारियों को भी बुलाया गया था जो इस मामले में प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े हुए थे।

– पुलिस अधीक्षक ने महाकाल के आसपास अपराधिक गतिविधियों में लिप्त गुंडों पर कड़ी कार्रवाई करने की बात भी कही।

– पुलिस कप्तान ने अभी बताया कि अब सार्वजनिक स्थान पर हंगामा करने वालों के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कारवाई में और भी तेजी आएगी।

– पुलिस अधीक्षक ने पत्रकार वार्ता के दौरान सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को सराहनीय कार्य के लिए धन्यवाद भी दिया। इसके अलावा उन्हें उच्च स्तरीय पुरस्कार दिलवाने की भी बात कही।

– पुलिस अधीक्षक ने यह भी कहा कि अगर पुलिस की ओर से सभी दस्तावेज और संपूर्ण कार्रवाई माननीय न्यायालय के समक्ष समय पर रख दी जाए तो फैसला भी समय पर ही आ जाता है।

–  पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर कहां है कि नाबालिग और महिलाओं से जुड़े अपराधों में पुलिस आगे भी संवेदनशीलता के साथ कार्रवाई करेगी लेकिन अगर कोई झूठी रिपोर्ट लिखाता है तो शिकायत करने वाले के विरुद्ध भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस सही लोगों को न्याय दिलाएगी और गलत लोगों को सबक सिखाएगी।

इतिहास रचने वाली टीम

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