सटोरिए के कारण उज्जैन पुलिस मुसीबत में.. एक सस्पेंड और तीन को नोटिस

उज्जैन। पुलिस के कारण सटोरियों की मुसीबत की खबरें तो आपने कई बार देखी होगी लेकिन उज्जैन में कुख्यात सटोरिया मोहन कुमावत के चक्कर में 4 पुलिस कर्मचारियों और अधिकारियों पर मुसीबत आ गई है । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने नीलगंगा थाना क्षेत्र में पकड़े गए बड़े सट्टा घर के मामले में 1 सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया है जबकि नीलगंगा थाना प्रभारी और दो उपनिरीक्षक को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं ।

गौरतलब है कि उज्जैन जिले में माफियाओं के खिलाफ लगातार मुहिम चल रही है । इस मुहिम में सबसे बड़ा योगदान अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रमोद सोनकर का भी दिखाई दे रहा है । पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर के निर्देश पर अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक प्रमोद सोनकर क्राइम की कमान संभाल रहे उनके द्वारा क्राइम की कमान संभालने के बाद लगातार माफियाओं के खिलाफ कार्यवाही जारी है । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने स्पष्ट रुप से यह भी निर्देश जारी कर रखे हैं कि यदि किसी भी थाना क्षेत्र में कोई भी अपराध सामने आया और उसमें संबंधित थाने के संरक्षण की कोई भी शिकायत सामने आती है तो पुलिस पर भी कार्यवाही निश्चित है ।

पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर पहले भी कई थाने के पुलिस अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर चुके हैं । इस बार भी नीलगंगा थाना क्षेत्र के जयसिंहपुरा में कुख्यात सटोरिया मोहन कुमावत के सट्टा घर पर छापामार कार्रवाई की गई तो इस मामले में नीलगंगा थाने के चार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी कार्रवाई हुई है। इनमें SI रैंक के दो पुलिस अधिकारियों को नोटिस जारी किए गए हैं । इसके अलावा थाना प्रभारी को भी नोटिस जारी हुआ है । थाने के 1 सहायक उपनिरीक्षक को निलंबित कर दिया गया है । पुलिस कप्तान की इस कार्रवाई से यह भी चर्चा चल रही है कि नीलगंगा थाना पुलिस के संरक्षण में मोहन कुमावत का सट्टा चल रहा था । मोहन कुमावत पहले भी कई बार सट्टे के मामले में गिरफ्तार हो चुका है लेकिन लंबे समय से पुलिस की आंखों में धूल झोंक रहा था । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के निर्देश पर चलाई जा रही मुहिम के तहत मोहन कुमावत पर कार्रवाई हो पाई है । मोहन कुमावत के कब्जे से 2 दर्जन से ज्यादा मोबाइल और लगभग 14 मुनीम पकड़े गए हैं । पकड़े गए आरोपियों ने पुलिस को बताया कि उनके कब्जे से जब्त हुए हिसाब में लगभग 40 से ₹45 का सट्टा लिखा हुआ है ।  पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से कई दस्तावेेज भी  जब्त किए हैै।

खुद का सट्टा और खुद का फायदा 

पुलिस के मुताबिक आरोपी मोहन कुमावत स्वयं का सट्टा खोलता था । वह मधुर नाम से स्वयं का सट्टा चलाता था। जिस नंबर पर सबसे कम दाम लगता था वह नंबर खोल देता था। इस प्रकार मोहन कुमावत लोगों के साथ भी धोखा कर रहा था। पुलिस अधीक्षक सचिनकुमार अतुलकर ने बताया कि आरोपी मोहन कुमावत के खिलाफ पुराना रिकार्ड खंगाला जा रहा है । आरोपी के विरुद्ध जिला बदर की कार्रवाई भी की जाएगी । आरोपी मोहन कुमावत पहले भी नीलगंगा थाने में सट्टे के मामले में पकड़ा जा चुका है। पुलिस अधिकारियों द्वारा आरोपी मोहन कुमावत के खिलाफ प्रतिबंधात्मक कार्यवाही भी की जा रही है।

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