उज्जैन। उज्जैन के कलेक्टर मनीष सिंह के आने के बाद अब नंबर वन की कवायद एक बार फिर शुरू हो गई है ।केंद्रीय मंत्रालय की ओर से एक पत्र प्राप्त हुआ जिसमें महाकालेश्वर मंदिर की स्वच्छ व्यवस्था को सराहा गया है ।
2 अक्टूबर को स्वच्छता अभियान की चौथी वर्षगांठ के अवसर पर दिल्ली में महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक अभिषेक दुबे को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया जाएगा। इंदौर से स्थानांतरित होकर आईएएस अधिकारी मनीष सिंह को लेकर यह सवाल सबके मन में उठ रहा था कि इंदौर की तर्ज पर क्या उज्जैन भी नंबर वन बन पाएगा? कलेक्टर के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद आईएएस अधिकारी मनीष सिंह ने इस बारे में खुलकर कुछ नहीं कहा लेकिन उन्होंने हर बार इस बात का जरूर जिक्र किया कि प्रयास ऐसे रहेंगे जिससे उज्जैन नंबर वन बन सके । आईएएस अधिकारी मनीष सिंह की अगुवाई में महाकालेश्वर मंदिर में कई ऐसे सुधार कार्य हुए जिसका असर अब देखने को मिल रहा है।
महाकालेश्वर मंदिर में हुए स्वच्छता और पेयजल की व्यवस्था के बदलाव को लेकर दिल्ली में भी सराहा जा रहा है । केंद्रीय पेयजल और स्वच्छता मंत्रालय की ओर से उज्जैन के जिला प्रशासन को एक पत्र प्राप्त हुआ, जिसमें महाकालेश्वर मंदिर की स्वच्छता को काफी सराहते हुए सुविधाओं को लेकर तारीफ की गई है। महाकालेश्वर मंदिर समिति को आगामी गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में पुरस्कार भी मिलने वाला है। हम आपको बता दें कि महाकालेश्वर मंदिर में उज्जैन कलेक्टर के प्रयासों से स्वच्छत पर काफी ध्यान दिया गया है । महाकालेश्वर मंदिर में भगवान को चढ़ने वाले जल में भी आरो वाटर का उपयोग किया जा रहा है। इसके अलावा साफ सफाई को लेकर भी जो प्रयास किए गए हैं । उससे श्रद्धालु काफी खुश हैं । महाकालेश्वर मंदिर से पुरस्कार की जो शुरुआत हुई है, वह उज्जैन को भी नंबर वन के स्थान पर लाकर खड़ी कर दे, ऐसी ही लोग अवधारणा बन रही है। उज्जैन कलेक्टर मनीष सिंह ने स्पष्ट रूप से स्वच्छता व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए भी कई कदम उठाए हैं , जिसका भविष्य में परिणाम देखने को मिलेगा। केंद्रीय मंत्रालय द्वारा भेजे गए पत्र में जिला पंचायत के सीईओ का नाम दर्शाएं गया है लेकिन महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक अभिषेक दुबे प्रशंसा पत्र लेने के लिए दिल्ली जाएंगे।
