जिनकी ईमानदारी की कसम खाई जाती है, उनको मिली है पदोन्नति..

उज्जैन। ईमानदारी और दबंग के साथ साथ विपरीत परिस्थितियों में कर्तव्यों का पालन करने वाले आईपीएस अधिकारी डॉ रमण सिंह सिकरवार का प्रमोशन हो गया है.. अपनी काबिलियत के दम पर डॉक्टर सिकरवार ने अपने दायित्वों का निर्वहन करते हुए एक पंक्ति और ऊपर चढ़ गए हैं..

भगवान महाकाल के भक्त डॉक्टर सिकरवार के एक-दो नहीं बल्कि कई ऐसे किस्से हैं जो विपरीत परिस्थितियों में उनकी काबिलियत को बतलाते हैं..  उज्जैन में पुलिस उपमहानिरीक्षक के पद पर सेवाएं दे रहे डॉ रमण सिंह सिकरवार को पुलिस महानिरीक्षक के पद पर पदोन्नत कर दिया गया है.. साल 2001 की बैच के आईपीएस अधिकारी डॉक्टर सिकरवार उज्जैन से लंबे अरसे से जुड़े हुए हैं.. उन्होंने उज्जैन में नगर पुलिस अधीक्षक और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में भी सेवाएं दी है.. आईपीएस अधिकारी डॉ रमण सिंह सिकरवार उज्जैन संभाग के रतलाम जिले में एसपी के रूप में भी सेवाएं दे चुके हैं.. शिवभक्त डाक्टर सिकरवार की बात की जाए तो उनकी ईमानदारी की कसमें पुलिस विभाग में खाई जाती है.. डॉक्टर सिकरवार केवल अपनी कार्यप्रणाली ही नहीं बल्कि अपने न्याय प्रणाली के बल पर भी हमेशा चर्चाओं में रहे हैं.. उन्होंने जब भी न्याय किया है तो किसी ने पक्षपात का आरोप नहीं लगाया है.. वैसे तो मूल रूप से मध्य प्रदेश के ग्वालियर इलाके से डॉक्टर सिकरवार का नाता रहा है लेकिन जब से वे उज्जैन से जुड़े हैं वे यहीं के होकर रह गए.. उज्जैन के बसंत विहार इलाके में निवास रमण सिंह सिकरवार शिवपुरी एसपी, सिहोर एसपी भी रह चुके हैं.. उनकी पदोन्नति के बाद उन्हें लगातार बधाइयां मिल रही है.. पुलिस विभाग की खामियों को खुलकर बताने वाले और मीडिया जगत के बीच भी बेबाक रूप से अपनी बात रखने वाले डॉक्टर सिकरवार मध्य प्रदेश के ऐसे आईपीएस अधिकारियों में शुमार है जो अपनी दबंगई के रूप के लिए भी जाने जाते हैं.. जब भी क्राइम पर कंट्रोल और निष्पक्ष कार्रवाई के लिए जनता में मांग उठाती है तो आईपीएस अधिकारी डॉक्टर सिकरवार की पोस्टिंग की कर दी जाती है.. सबसे बड़ी बात यह है कि जब भी वे सीएसपी रहे तो उनके अनुभाग के मामलों में कभी बड़े अधिकारियों को किसी भी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ा.. इसके अलावा जब भी वे पुलिस कप्तान के रूप में सेवाएं देने के लिए अलग-अलग जिलों में पोस्टेड रहे तो उनके मातहतों को भी दिक्कतों का सामना नहीं करना पड़ा..  इन्हीं कार्य प्रणालियों के चलते डॉक्टर सिकरवार की लोकप्रियता लगातार बढ़ती चली गई… डॉ सिकरवार के पिता जाने माने पत्रकार रहे हैं और आज भी उनके परिवार का एक लोकप्रिय समाचार पत्र प्रकाशित होता है… यही वजह रही कि मीडिया के बीच भी डॉक्टर सिकरवार ने अच्छी पहचान बना रखी है… उन्हें एंटी टेरेरिस्ट एक्टिविटी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने वाले अफसरों में भी गिना जाता है.. उज्जैन चर्चा की ओर से शुक्रवार को बहुत-बहुत बधाई और शुभकामनाएं।

विक्रमसिंह जाट

9827093651

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