उज्जैन। उज्जैन एसपी सचिन कुमार अतुलकर की कार्रवाई दोधारी तलवार जैसी होती है.. अगर पुलिस अधिकारी गुंडों के खिलाफ नरमी बरतते हैं तो पुलिस अधिकारियों को उसका दंड भुगतना पड़ता है।
ऐसा ही एक मामला कोतवाली थाना क्षेत्र में देखने को मिला है। उज्जैन के सरकारी अस्पताल में पिछले दिनों तीन बदमाशों ने हथियार के नोक पर आतंक मचाने की कोशिश की थी। इस बात की शिकायत जब जिला अस्पताल के कर्मचारियों के माध्यम से पुलिस तक पहुंची तो कोतवाली थाने के उपनिरीक्षक में मौके पर पहुंचकर बदमाशों को पकड़ने की कोशिश जरूर की लेकिन उनके खिलाफ कोई बड़ी कार्रवाई नहीं की। जब इस बात की जानकारी पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर को लगी तो उन्होंने बदमाशों के खिलाफ मुकदमा भी दर्ज करवाया और उपनिरीक्षक के खिलाफ कार्यवाही भी की ।पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर का मानना है कि जब भी पुलिस के पास सूचनाएं पहुंचती है तो उसका पूरी तरह कंप्लाइंस होना चाहिए। पुलिस अधिकारियों को पूरी सतर्कता के साथ सूचनाओं पर काम करने की जरूरत है। जब सीसीटीवी फुटेज सामने थे तो आरोपियों पर कार्यवाही क्यों नहीं की गई।
पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने पूरे मामले में बदमाशों के खिलाफ कार्रवाई करने के निर्देश जारी किए हैं । जिला अस्पताल में गुंडागर्दी के मामले में तीन बदमाशों के नाम सामने आए। इनमें रवि, पप्पू और कपिल नाम के बदमाश शामिल है । गुंडागर्दी का खुलासा करते हुए आरोपी पप्पू को गिरफ्तार कर लिया गया है जबकि दो अन्य की तलाश जारी है।
पुलिस अधीक्षक श्री अतुलकर ने बताया कि आरोपियों ने अस्पताल में इलाज कराने के नाम पर गुंडागर्दी की थी आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है। गौरतलब है कि पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने पिछले दिनों राघवी थाना क्षेत्र में पकड़ाए जुआघर के मामले में भी 2 पुलिस वालों पर कार्रवाई की थी । इसके अलावा थाना प्रभारी को नोटिस जारी किया गया था। पुलिस कप्तान ने स्पष्ट रूप से संदेश दिया है कि पुलिसकर्मियों को गुंडों के खिलाफ नरमी नहीं सख्ती बरतने की जरूरत है । जो पुलिसकर्मी गुंडों पर नरमी दिखाएगा, उस पर पुलिस कप्तान की गाज गिरेगी। ऐसे मामले एक-दो नहीं बल्कि दर्जनों देखने को मिले हैं। इसीलिए पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर की कार्रवाई को दो धारी तलवार कहा जाता है।