जरा संभलना, आचार संहिता है सांसद पर भी हो जाता है प्रकरण दर्ज..

उज्जैन। अभी आचार संहिता चल रही है और जरा संभलना.. थोड़ी सी भी गलती आप को सलाखों के पीछे पहुंचा सकती है क्योंकि यह धार्मिक नगरी उज्जैन है और यहां पर सांसद के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज हो सकता है।

उज्जैन में विधानसभा चुनाव के दौरान सांसद डॉ चिंतामणि मालवीय के खिलाफ महाकाल थाने में एफ आई आर दर्ज हुई थी। यह मामला फिलहाल भोपाल की अदालत में चला गया है। सांसद चिंतामणि मालवीय ने भी कानूनी प्रक्रिया और न्यायालय का सम्मान करते हुए खुद ही कोर्ट में हाजिरी लगा दी थी। सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में यह मुकदमा दर्ज हुआ था। अब कांग्रेस की सरकार है लेकिन आचार संहिता के कारण नियम कानून अभी भी सबके लिए बराबर है । उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर महाकाल थाने में एफ आई आर दर्ज करवाने के बाद मीडिया को जानकारी दी थी तो इससे पूरे देश में खलबली मच गई थी। गौरतलब है कि सांसद के खिलाफ कोई भी अपराधी प्रकरण दर्ज करना कोई मामूली बात नहीं है लेकिन पर्याप्त सबूत होने पर और शिकायत मिलने पर मुकदमा कायम हो गया। बताया जाता है कि सांसद चिंतामणि मालवीय का वीडियो वायरल होने के बाद शिकायत निर्वाचन आयोग तक भी पहुंच गई थी। वर्तमान में लोकसभा चुनाव को देखते हुए आचार संहिता लगी हुई है। उज्जैन पुलिस ने गुंडों के खिलाफ रिकॉर्ड तोड़ कार्रवाई करते हुए इतिहास कायम किया है। ऐसी स्थिति में विधानसभा चुनाव पूरी तरह शांतिपूर्ण ढंग से निपट गए। अब लोकसभा चुनाव के पहले भी पुलिस में असामाजिक तत्वों के खिलाफ अभियान चलाकर उनकी धरपकड़ की, इसलिए लोकसभा चुनाव में भी यहां किसी प्रकार की गड़बड़ी की फिलहाल कोई संभावना नहीं है। उल्लेखनीय की मध्य प्रदेश में लोकसभा चुनाव अलग-अलग चरणों में होना है । इसमें उज्जैन में सबसे आखरी में चरण में चुनाव होंगे। ऐसी स्थिति में देशभर के लोग प्रचार-प्रसार करने के लिए उज्जैन आ सकते हैं। इसी बात को ध्यान में रखते हुए पुलिस ने होटल संचालकों के खिलाफ भी गाइडलाइन जारी कर दी है। इसके अतिरिक्त संवेदनशील क्षेत्रों में अलग-अलग जानकारियां जुटाई जा रही है ताकि लोकसभा चुनाव की निर्वाचन प्रक्रिया के दौरान किसी प्रकार की कोई गड़बड़ी नहीं हो सके । उज्जैन पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ऑपरेशन पवित्र के तहत कई बदमाशों को चिन्हित कर उन पर कार्रवाई हुई है जिससे आने वाले समय में भी उज्जैन में शांति व्यवस्था कायम रखने में काफी मदद मिलेगी। उज्जैन पुलिस ने विधानसभा आचार संहिता के दौरान दर्जनों की संख्या में हथियार जप्त कर भी रिकॉर्ड कायम किया है । इस बार फिर आचार संहिता लगने के बाद उज्जैन पुलिस से यह उम्मीद की जा रही है कि उज्जैन पुलिस फिर से हथियारों की खेप पर का बड़ा खुलासा कर सकती है। इसके अलावा पुलिस चोरी और अन्य आपराधिक मामलों का भी समय-समय पर खुलासा कर रही है।

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