उज्जैन के ट्रेंड पर चल पड़ा एमपी..!

उज्जैन। मिलावटखोरों के खिलाफ चल रहे अभियान में धार्मिक नगरी उज्जैन ने सबसे पहले बाजी मारी है। उज्जैन के ट्रेंड पर अब पूरा एमपी चल पड़ा है। उज्जैन में कलेक्टर और एसपी के प्रयासों से हुई राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई के बाद मध्य प्रदेश के कई जिलों में ऐसी कार्रवाई हो रही है।

यह पहला मौका है जब मध्य प्रदेश के इतिहास में मिलावटखोरों के खिलाफ रासुका जैसी बड़ी कार्रवाई एक साथ शुरू हो गई है । उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्रा और एसपी सचिन कुमार अतुलकर ने मिलावट खोरों के खिलाफ अभियान को मूर्त रूप देने के लिए नकली घी बेचने वाले व्यापारी पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई की। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों ने रात 2:00 बजे तक बैठकर दस्तावेजी कार्रवाई पूर्ण की । इसके बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत कार्रवाई होने के बाद आरोपी को इंदौर जेल भी भेज दिया गया है । इस बात की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट को लगी तो उन्होंने उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्रा और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर का सर्किट हाउस पर स्वागत भी किया। उज्जैन कलेक्टर और एसपी की मध्य प्रदेश में तारीफ हो रही है। दोनों अधिकारियों ने दृढ़ इच्छाशक्ति के चलते कमलनाथ सरकार की मंशा के अनुरूप मिलावटखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करते हुए इतिहास रच दिया। इसके बाद पूरे मध्यप्रदेश में एक के बाद एक घटनाक्रम सामने आ रहे हैं । जहां एक तरफ गवालियर में नकली दूध बेचने के आरोप में एक व्यक्ति को राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत जेल में निरुद्ध किया गया है, वहीं दूसरी तरफ इंदौर में भी ऐसी कार्रवाई हो रही है । सबसे रोचक बात यह है कि जिस प्रकार स्वास्थ्य मंत्री तुलसी सिलावट ने प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों का हार पहनाकर स्वागत किया, उसी प्रकार की तस्वीर ग्वालियर और अन्य जिलों से भी सामने आ रही है। इन तस्वीरों को लेकर आम लोगों में खासी चर्चा है । लोगों के बीच इस बात को लेकर विचार-विमर्श हो रहा है कि उज्जैन में जो इतिहास रचा गया उसी कड़ी को आगे बढ़ाते हुए दूसरे जिलों में भी कार्रवाई हो रही है।

नागपंचमी निपटने का इंतजार..

मिलावट खोरो के खिलाफ पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों के पास कई ऐसे इनपुट आए हैं जिस पर नाग पंचमी निपटते ही काम शुरू होने की अटकलें लगाई जा रही है । ऐसी संभावना है कि नकली खाद्य सामग्री बनाने वालों पर और भी नकेल कसी जाएगी। उज्जैन जिले में मुख्य रूप से नकली मावे का भी बड़े पैमाने पर व्यापार होता है । इसके अलावा नकली पनीर और गुणवत्ता ही खाद्य सामग्री को लेकर भी अधिकारियों के पास लगातार सूचनाएं पहुंच रही है । गौरतलब है कि मिलावटखोरों के खिलाफ सूचना देने वाले को अब 5000 की स्थान पर ₹11000 का इनाम मिलेगा, इसीलिए सूचनाओं का सिलसिला तेजी से चल रहा है। नाग पंचमी की व्यवस्थाएं निपटते ही एक बार फिर प्रशासनिक अमला खाद्य विभाग के जरिए मिलावट करने वालों पर शिकंजा कसेगा।

हार और फूल भी एक जैसे..

उज्जैन के जिलाधीश शशांक मिश्र और पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने मिलावटखोरों के खिलाफ जिस प्रकार की कार्रवाई की, उनके पद चिन्हों पर दूसरे जिलों में भी कार्रवाई तेज हो गई है। इसके अलावा ऊपर दी गई दो रोचक तस्वीरें आपके सामने है। जहां एक तरफ उज्जैन कलेक्टर और पुलिस अधीक्षक का सर्किट हाउस पर गुलाब के फूलों की माला से स्वागत किया गया, उसी प्रकार की तस्वीर दो दिन बाद ग्वालियर में भी देखने को मिल रही है। जहां कार्रवाई भी एक जैसी थी और फूल तथा माला भी एक जैसी.. ग्वालियर में कमलनाथ सरकार के मंत्री ने ही पुलिस अधिकारियों का गुलाब की माला से स्वागत किया।

 

 

 

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