रतलाम कलेक्टर और एसपी ने जनता के लिए उठाया जान का जोखिम..!

रतलाम। रतलाम कलेक्टर और एसपी जनता के लिए जान का जोखिम उठाने से भी पीछे नहीं हटे। जब दोनों अधिकारियों को पता चला कि बाढ़ की वजह से जिले के बाजना क्षेत्र के कुछ गांवों में हालात बदतर हैं और लोगों की जान पर बन आई है, तो वे खुद लाइफ जैकेट पहनकर  मैदान में कूद पड़े । दोनों अधिकारियों ने एनडीआरएफ की टीम के साथ पूरे तालमेल के जरिए लगभग ढाई सौ लोगों का राय ऑपरेशन करवाकर उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।

किसी भी जिले के सबसे बड़े अधिकारी जिलाधीश और पुलिस अधीक्षक के कहने पर हजारों की संख्या में कर्मचारी खुद जान की बाजी लगाने को तैयार रहते हैं लेकिन मध्यप्रदेश के रतलाम जिले में जनता के लिए आईएएस व आईपीएस अधिकारी स्वयं जान की बाजी लगाने में पीछे नहीं हटते हैं। रतलाम कलेक्टर रुचिका चौहान और पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी को शुक्रवार की रात जब पता चला कि जिले के बाजना इलाके के ग्राम भाडन खुर्द और भाडन कला सहित क्षेत्र में लोग फंस गए हैं । दोनों अधिकारियों ने लाइफ जैकेट पहना और मोटर बोट के जरिए उन स्थानों का दौरा किया। जहां लोग फंसे हुए थे एनडीआरएफ की टीम के साथ मिलकर रतलाम के जिला प्रशासन और पुलिस विभाग ने लगभग ढाई सौ लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर बाहर निकाला।  दोनों ही अधिकारियों ने स्वयं खड़े रहकर पीड़ित परिवारों को किए जान की रक्षा नहीं की बल्कि उन्हें सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया। आमतौर पर यह देखने में आता है कि अधिकारियों द्वारा जोखिम उठाने से पहले 10 बार सोचा जाता है लेकिन रतलाम जिले में आईपीएस और आईएएस अधिकारियों ने पूरे देश के सामने जनता हित सर्वोपरि और जनता की जान की कीमत पहचानने वाली एक मिशाल कायम की है। दोनो ही अधिकारी पहले भी कई बार जनता के हित के लिए मैदान में कूद चुके हैं।

 

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