रतलाम। रतलाम जिले में लगातार बारिश का कहर जारी है । रतलाम में रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए लगभग 235 लोगों को शनिवार को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। शुक्रवार को रतलाम में लगभग ढाई सौ लोगों को देश के ऑपरेशन के जरिए बचाया गया था। इस प्रकार 24 घंटे के भीतर 485 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है । मंदसौर, नीमच रतलाम और नागदा बेल्ट बाढ़ से ज्यादा के कारण सबसे ज्यादा प्रभावित बताए जा रहे हैं।
मालवा अंचल में हो रही बारिश ने पिछले कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। खासतौर पर उज्जैन, मंदसौर, रतलाम, नीमच, शाजापुर और देवास में बारिश के कारण कई लोग मुसीबत में आ गए हैं। रतलाम में शनिवार को भी रेस्क्यू ऑपरेशन जारी रहा।
रतलाम जिले के आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रतलाम जिलाधीश रुचिका चौहान और पुलिस अधीक्षक गौरव तिवारी के नेतृत्व में रेस्क्यू ऑपरेशन लगातार जारी है। रणायरा गुर्जर, पिपलौदी , रोला , मान्या खेड़ी, पालना सहित अन्य स्थानों से 200 से ज्यादा लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया। विशेष तौर पर रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए रणायरा गुर्जर , पीपलोदी और रोला से 200 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया । इसके अलावा सूचना मिलने पर जावरा के समीप स्थित मान्या खेड़ी और आसपास के क्षेत्रों से 35 लोगों को रेस्क्यू ऑपरेशन के जरिए बाहर निकाला गया। प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की मुस्तैदी के कारण बाढ़ के हालातों पर नियंत्रण रखा जा रहा है। इसके अलावा लोगों को भी लगातार देश का ऑपरेशन के जरिए बाहर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है।
आप भगवान बन कर आए
बाढ़ में फंसे लोगों को जब रेस्क्यू टीम बाहर निकाल रही है तो लोग जान बचने का संतोष कर रहे हैं। पीड़ित लोग रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने वाली टीम के लोगों को भगवान बता रहे हैं। रतलाम जिले में बाढ़ के कारण लोगों को काफी नुकसान हुआ है। इसके अलावा फसलों पर भी काफी असर पड़ा है। हालांकि जिला प्रशासन और पुलिस विभाग की मुस्तैदी के कारण जनहानि रोकी जा सकी है।