एक दो नहीं 5 लाख के 38 मोबाइल दिए पुलिस ने

उज्जैन।  मोबाइल आपकी गलती से गुम हुआ है… पुलिस इसमें क्या कर सकती है..? पुलिस के पास तो चोरी और लूट के मोबाइल ढूंढने का समय नहीं है… ऐसे में आप मोबाइल गिरा कर थाने आ गए हैं.. अब हम क्या करें ? जब मोबाइल गुम हो जाता है तो ऐसी बातें थानों पर मौजूद पुलिसकर्मियों द्वारा आम लोगों से कही जाती है .. लेकिन पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के कार्यकाल में पुलिस ने गुम हुए मोबाइल को भी ढूंढ कर असली मालिकों तक पहुंचाने का काम किया है।

बुधवार को पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने पत्रकार वार्ता आयोजित कर ₹500000 कीमत के 38 मोबाइल अलग-अलग लोगों को सुपुर्द किए। सबसे बड़ी बात यह है मोबाइल कीमती होने के साथ-साथ उनमें बेशकीमती डाटा भी रहता है जो किसी भी व्यवसाय अथवा दिनचर्या के कामकाज पर प्रभावित करता है । जिन लोगों के हाथ में मोबाइल आए वे खुशी से पुलिस कप्तान को धन्यवाद देते रहे। पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर उज्जैन प्रेस क्लब की मांग पर विशेष रुप से निर्देश जारी किए हैं कि पत्रकारों के गुम हुए मोबाइल को प्राथमिकता से ढूंढा जाए।

पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने इस मौके पर वाहन चोरी और लूट की वारदात का भी खुलासा किया । पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार पिछले दिनों लगातार हो रही चोरी की वारदातों के मामले में फैज अली पिता फैयाज निवासी झांसी को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी के कब्जे से चार पहिया वाहन जप्त किए गए जिसकी कीमत ₹3000000 आंकी जा रही है। आरोपी फिलहाल जेल में बंद है । पुलिस उसके साथी को भी झांसी से लेकर आएगी। आरोपियों से और भी वारदातों का पता चलने की उम्मीद है।

 

इसी प्रकार पिछले दिनों हुई लूट की एक वारदात का खुलासा हुआ है। तराना में 90,000 की सनसनीखेज लूट हुई थी । लूट की इस वारदात में पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से नकदी और अन्य सामान जप्त किया है। आरोपियों के नाम जितेंद्र भूरा पिता भवर सिंह, शाहरुख, दीपक पिता प्रेम नारायण मालवीय निवासी झालरा है। आरोपियों का पुराना अपराधिक रिकॉर्ड भी है। आरोपियों से कड़ी पूछताछ की जा रही है ।बताया जाता है कि एक आरोपी हितग्राही का रिश्तेदार है उसी ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। आरोपियों से मोटरसाइकिल और अन्य सामान भी बरामद हुआ।

 

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