उज्जैन। उज्जैन संभाग के उज्जैन जिले, मंदसौर, रतलाम में जोरदार कार्रवाई हुई है.. तीनों जिलों में माफियाओं की कमर तोड़ने में पुलिस ने कोई कसर नहीं छोड़ी है.. माफियाओं के खिलाफ पुलिस का अभियान लगातार जारी रहेगा.. पुलिस अधिकारियों को नियम और कानून के तहत माफियाओं पर शिकंजा कसने के निर्देश दिए जा चुके हैं..।
यह बात मध्य प्रदेश के सबसे सरल पुलिस महानिदेशक श्री वीके सिंह ने पुलिस कंट्रोल रूम पर मीडिया कर्मियों से चर्चा के दौरान कही। श्री सिंह की सरलता इस बात से प्रदर्शित होती है कि धार्मिक नगरी उज्जैन में वे बिना किसी बड़े काफीलेे के भ्रमण करते दिखाई दिए । श्री सिंह जितने सरल अधिकारी हैं, उनकी कार्रवाई उतनी ही कठोर मानी जाती है। पुलिस कंट्रोल रूम पर लगभग 25 मिनट तक मीडिया कर्मियों के सवालों के उन्होंने जवाब भी दिए। सबसे पहले शुरुआत नए साल की बधाई और शुभकामनाओं के साथ हुई । उन्होंने कहा कि सरकार ने जो माफियाओं के खिलाफ अभियान चलाया है, इसमें पुलिस की अहम भूमिका है पुलिस लगातार माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई कर रही है। खासतौर पर उज्जैन संभाग में धार्मिक नगरी उज्जैन के साथ-साथ रतलाम और मंदसौर में काफी बड़ी कार्रवाई हुई है। उन्होंने यह भी कहा कि पुलिस अधिकारियों को नियम और कानून का ध्यान रखते हुए कार्यवाही करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा उन्होंने मध्य प्रदेश में अपराधों में आई कमी के लिए भी संतोष जताया। उज्जैन संभाग में हुई कार्रवाई पर भी उन्होंने पूरी तरह संतोष व्यक्त किया। गौरतलब है कि उज्जैन पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता और पुलिस उप महानिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा तथा गौरव राजपूत के नेतृत्व में उज्जैन संभाग में कड़ी कार्रवाई हुई है। उज्जैन की बात की जाए तो यहां वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के मार्गदर्शन में पुलिस ने अभियान पवित्र और माफियाओं के खिलाफ चलाए गए अभियान के तहत कई बदमाशों को हवालात की हवा खिला दी। इसके अलावा कुख्यात बदमाशों के मकान भी तोड़ने की कार्रवाई हुई।
इसी प्रकार रतलाम एसपी गौरव तिवारी के नेतृत्व में भी लगातार अभियान जारी है । सबसे बड़ी बात यह है कि इस बार मंदसौर एसपी हितेश चौधरी का नाम भी प्रमुखता से दबंग आईपीएस अधिकारियों के रूप में सामने आ रहा है । डीजीपी श्री सिंह मंदसौर में हुई कार्रवाई को लेकर दो बार जिक्र किया। इसके अलावा उज्जैन और रतलाम को लेकर भी उन्होंने संतोष जताया। गौरतलब है कि मंदसौर में मादक पदार्थों की तस्करी और माफियाओं से जुड़े कई मामले समय-समय पर सामने आ चुके हैं। हालांकि आईपीएस अधिकारी हितेश चौधरी के पदभार ग्रहण करने के बाद से ही माफियाओं की कमर तोड़ने की कार्रवाई तेज हुई है । मंदसौर में पिछले कुछ समय में ही मादक पदार्थ की तस्करी करने वाले माफियाओं के बड़े-बड़े बंगले जमींदोज कर दिए गए हैं । इसके अलावा कुख्यात अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया है । यही वजह है कि मंदसौर का नाम भी प्रदेश में हो रही कार्रवाई हो में अव्वल नंबर पर गिना जा रहा है।
डीजीपी द्वारा उज्जैन पधारने के बाद भगवान महाकालेश्वर की पूजा अर्चना की गई। इसके बाद उन्होंने उज्जैन संभाग के पुलिस अधीक्षकों की बैठक ली । इस बैठक में पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता, उपमहानिरीक्षक अनिल कुमार शर्मा, गौरव राजपूत उज्जैन एसपी सचिन कुमार अतुलकर , रतलाम एसपी गौरव तिवारी, शाजापुर एसपी पंकज श्रीवास्तव, देवास एसपी चंद्रशेखर सोलंकी, आगर मालवा एसपी सहित अन्य अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में आईपीएस अधिकारी ही शामिल हुए। इस बैठक में मंदसौर एसपी हितेश चौधरी को भी आना था लेकिन कानून व्यवस्था की व्यस्तता के चलते हुए नहीं आ पाए।