उज्जैन। भगवान महाकाल के नाम पर अफवाह फैलाने वाले तीन मामले दर्ज हुए तीनों मामलों में पुलिस ने सख्त कार्रवाई करने की बात कही है । इसके अलावा वीडियो वायरल नहीं करने की हिदायत भी दी गई है।
उज्जैन में मंगलवार को एक वीडियो जमकर वायरल हुआ जिसमें इस बात का जिक्र था कि सरकार ने तुगलकी आदेश जारी किया है जिसके तहत महाकालेश्वर मंदिर में होने वाली आरती के दौरान स्पीकर बंद करने के आदेश दिए गए हैं जबकि सरकार ने अथवा किसी भी अधिकारी ने उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर को लेकर इस प्रकार का कोई आदेश जारी नहीं किया है। जब इस बात की जानकारी वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को लगी तो उन्होंने वीडियो रोकने के निर्देश जारी किए । इसके बाद सोशल मीडिया पर लगातार महाकाल मंदिर समिति के प्रशासक सहित अन्य अधिकारियों को लेकर टिप्पणी तक होने लगी। इस पूरे मामले में पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर के निर्देश पर तीन मुकदमे दर्ज किए गए हैं ।पुलिस अधिकारियों ने बताया कि जो भी सोशल मीडिया पर भगवान महाकालेश्वर मंदिर की छवि खराब करने और गलत धमक वीडियो वायरल अथवा टिप्पणी करेगा , उसके खिलाफ सीधे मुकदमा दर्ज किया जाएगा। पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है। आरोपियों से इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस भी जब तक की जाएगी। पुलिस अधिकारियों की साइबर सेल को सक्रिय कर दिया गया है । साइबर सेल अब सोशल मीडिया पर पूरी तरह नज़र रख रहा है इसके अलावा जी लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किए हैं उनकी गिरफ्तारी के प्रयास शुरू कर दिए गए है। सूत्रों के मुताबिक जो वीडियो वायरल हुआ है वह मध्य प्रदेश के दूसरे जिले का होने की संभावना है। इस वीडियो से महाकालेश्वर मंदिर का दूर-दूर तक कोई लेना देना नहीं है।