मनावर झूठी अफवाह सुन ग्रामीणों ने क्षेत्र व मानवीयता को किया शर्मसार
धार। मध्य प्रदेश के धार जिले की मनावर तहसील के समीपस्थ ग्राम खडकिया थाना तिरला, के बोरलाई गांव में बच्चा चोरी की शंका पर वहां के आदिवासी वनांचल के ग्रामीणों द्वारा उज्जैन जिले के लिम्बा पीपल्या, जिले के किसानों के साथ मारपीट की घटना को अंजाम दिया। जिसमे पांच गंभीर घायलों को बड़वानी से इंदौर रेफर किया, वही एक किसान क़ी घटना स्थल पर ही हुयी मौत ।
पुलिस से मिली जानकारी अनुसार आज उज्जैन के कुछ किसानों ने ग्राम खडकिया के मजदूरों को अपने खेत मे काम करने के बदले पैसे दिये थे, लेकिन वह खेतो पर काम न कर अपने घर लौट आये थे । वही पैसे वापस लेने के लिए किसानों ने कई बार मजदूरों को संदेश भेजा लेकिन ग्रामीणों ने ना ही किसानों के पैसे लौटाये ओर ना ही काम करने उनके खेतो पर गए। जब किसान हताश होकर उज्जैन जिले से धार जिले के मनावर के निवासी इन मजदूरों के यहां पहुंचे तो गांव के लोगों द्वारा बच्चा चोर की शंका के चलते उन किसानों पर प्राण घातक हमला कर दिया गया, जिससे उनके दो चौपहिया वाहनों में सवार छः व्यक्तियों के साथ भारी मारपीट की गयी तथा वाहनों के भी पत्थरो से कांच फोड दिये। वही लाठी , पत्थरो से उन किसानों के ऊपर दरिंदो की तरह एक साथ टूट पड़े व घटना को अंजाम दिया सभी घायलों को मनावर के स्वास्थ केन्द्र पर लाया गया जहाँ मारपीट से गंभीर घायल गणेश पिता मनोज पटेल उम्र 40 वर्ष निवासी शिवपूर खेडी की जिला बड़वानी में उपचार के दौरान मौत हो गई तथा मनावर स्वास्थ केन्द्र पर जगदीश पिता राधेश्याम शर्मा उम्र 45 निवासी लिम्बा पिपल्या, नरेन्द्र पिता सुन्दरलाल शर्मा उम्र 45 निवासी लिम्बा पिपलीया, रवि पिता शंकरलाल पटेल उम्र 38, विनोद पिता तुलसीराम मुकाती उम्र 45 जगदीश पूनमचंद्र शर्मा उम्र 40 सभी घायलों को सिर में भारी चोट होने के कारण उपचार के लिये निजी अस्पताल इन्दौर ले गये। बच्चा चोरी की झुठी अफवाह की खबर आसपास के ग्रामो में फेलने से इन घायलों को ग्राम के लोगो द्वारा रोक लिया गया व मारपीट की गई। मनावर टीआई अपने बल के साथ घटनास्थल पर पहुचे जब तक काफी देर हो चुकी थी । एक तरफ घायल किसान रक्त रंजित होकर लाठी पत्थरो से मार खा रहे थे तो दूसरी तरफ बिन हाथ पैर की खबर या साजिश पर ग्रामवासी बच्चा चोर समझ के हर वो कृत्य कर रहे थे, जो मानवीयता की व्यकरण में है ही नही। घायलों ने बताया कि उन्हें गांव के लोगों ने जिंदा जलाने का भी प्रयास किया व बताया कि हम सभी किसान अपने खेतों में काम करवाने के लिये इन गांवों से मजदूर ले गये थे। मजदूरों को काम के बदले नगद एडवांस पेसा भी दे रखा था। ये मजदूर काम न करते हुऐ पेसे लेकर भाग आये थे। जिसकी सूचना हमने धार जिले के तिरला थाने पर भी कर रखी थी लेकिन कोई सुनने वाला नही था।