अब उज्जैन को मंत्री मिलना तय..!

उज्जैन। मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक के बीच अब उज्जैन जिले को भी मंत्री मिलना तय हो गया है। मंत्रिमंडल विस्तार में उज्जैन के तीन विधायकों को बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है । संभावना है कि मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान उज्जैन जिले के दो विधायक मंत्री बन सकते हैं । हालांकि एक विधायक का मंत्री बनना तय माना जा रहा है।

गौरतलब है कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार में उज्जैन जिले से एक विधायक को मंत्री बनाया गया। जब मुख्यमंत्री के रूप में उमा भारती ने मध्य प्रदेश की कमान संभाली उस समय साल 2003 में उज्जैन दक्षिण के तत्कालीन विधायक शिवनारायण जागीरदार को मंत्री बनाया गया था । इसके बाद जब मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान ने शपथ ली, उस दौरान उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन को मंत्री पद की जिम्मेदारी सौंपी गई थी लेकिन 15 साल के उलटफेर के बाद जब कांग्रेस की सरकार बनी तो उज्जैन को निराशा हाथ लगी। उज्जैन जिले से एक भी विधायक को मंत्री नहीं बनाया गया।

उल्लेखनीय है कि कमलनाथ सरकार के हाथ मजबूत करने में उज्जैन जिले की भी अहम भूमिका है। उज्जैन जिले को भारतीय जनता पार्टी का गढ़ माना जाता है लेकिन यहां की 7 विधानसभा सीटों में से 3 सीटों पर ही भाजपा कब्जे जमा पाई जबकि बड़नगर, तराना, घटिया और खाचरोद विधान सभा सीट पर कांग्रेस ने जीत हासिल की। कमलनाथ सरकार बनने के साथ ही यह कयास लगाए जा रहे थे कि उज्जैन जिले के एक विधायक को मंत्री बनाया जाएगा लेकिन मंत्रिमंडल विस्तार के दौरान उज्जैन जिले का नाम नहीं आया । अब मध्य प्रदेश की सियासी उठापटक के बीच मंत्रिमंडल विस्तार की कवायद तेज हो गई है । इस दौरान यह भी खबरें आ रही है कि मंत्रिमंडल विस्तार में उज्जैन जिले को प्रतिनिधित्व दिया जाएगा।

वर्तमान समय में कांग्रेस के तीन विधायक मंत्री पद की दौड़ में शामिल है । इनमें प्रमुख रूप से घटिया विधायक रामलाल मालवीय, खाचरोद विधायक दिलीप गुर्जर के नाम शामिल है। हालांकि तराना विधायक महेश परमार को भी बड़ी जिम्मेदारी सौंपी जा सकती है। श्री परमार मुख्यमंत्री कमलनाथ ही नहीं बल्कि दिग्विजय सिंह और सिंधिया गुट में भी गहरी पकड़ रखते हैं जबकि विधायक रामलाल मालवीय और दिलीप गुर्जर पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह के समर्थक है । हालांकि विधायक दिलीप गुर्जर और विधायक रामलाल मालवीय की मंत्री पद को लेकर दावेदारी पक्की मानी जा रही है। हालांकि उज्जैन जिले में मालवीय समाज का बड़ा प्रतिनिधि होने की वजह से घटिया विधायक रामलाल मालवीय मंत्री पद की दौड़ में सबसे आगे दिखाई दे रहे हैं। यह भी संभव है कि विधायक रामलाल मालवीय और दिलीप सिंह गुर्जर को मंत्री बनाया जा सकता है। इसके अलावा तराना विधायक महेश परमार को भी बड़ी जिम्मेदारी दी जा सकती है । बडनगर विधायक मुरली मोरवाल को भी महत्वपूर्ण समिति में प्रतिनिधित्व देकर प्रदेश स्तरीय जिम्मेदारी मिलने की संभावनाएं जताई जा रही है। सियासी उलटफेर और उठापटक के बीच चर्चाएं जोर पकड़ रही है, मगर यह तय माना जा रहा है कि इस बार मंत्रिमंडल विस्तार में उज्जैन जिले को निराशा हाथ नहीं लगेगी।

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