मध्यप्रदेश: शिवराज या कमलनाथ.. फैसले की घड़ी!

भोपाल।  मध्य प्रदेश की कमान अब किसके हाथों में जाएगी इस सवाल के जवाब को जानने के लिए अधिक समय नहीं लगेगा। राज्यपाल लालजी टंडन के पत्र अनुसार सोमवार को विधानसभा का फ्लोर टेस्ट होगा और इसमें स्पष्ट हो जाएगा कि मध्य प्रदेश का आने वाला भविष्य पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के हाथों में है या फिर वर्तमान मुख्यमंत्री कमलनाथ के हाथों में।

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद अब कमलनाथ सरकार को अग्नि परीक्षा देना होगी। सोमवार को फ्लोर टेस्ट होगा जिसमें कमलनाथ सरकार को विश्वास मत हासिल करना बेहद जरूरी है। अगर सरकार के पास पर्याप्त संख्या नहीं होती है तो मध्य प्रदेश से कमलनाथ सरकार की रवानगी हो जाएगी।  राज्यपाल लालजी टंडन कमलनाथ सरकार को पत्र लिखा है जिसमें बीजेपी के नेताओं द्वारा ज्ञापन सौंपकर की गई मांग का उल्लेख करते हुए फ्लोर टेस्ट कराने के आदेश दिए हैं पत्र इस प्रकार है-

गौरतलब है कि सिंधिया समर्थक अभी भी बेंगलुरु में है और ज्योतिरादित्य सिंधिया और शिवराज सिंह चौहान लगातार उनके संपर्क में है। अगर कमलनाथ सरकार गिरती है तो मुख्यमंत्री के रूप में शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी होगी दूसरी तरफ पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का सीधा सीधा कहना है कि कमलनाथ सरकार पर कोई संकट नहीं है । इधर बीजेपी और कांग्रेस के विधायक वापस भोपाल लौटने की तैयारी में है। मध्य प्रदेश की सियासत का सिस्टम सस्पेंस लगातार बरकरार है । अगर पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की ताजपोशी होगी तो फिर मध्यप्रदेश में कई बदलाव सामने आएंगे। वर्तमान में पदस्थ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारियों की अदला-बदली भी हो सकती है। इसके अलावा पूर्व सरकार द्वारा लिए गए कई आदेश और निर्णय शिथिल हो सकते हैं ।इसके अलावा ज्योतिरादित्य सिंधिया की मुश्किलें भी बढ़ सकती है तथा उनके समर्थक पूर्व मंत्री भी सरकार के निशाने पर आ सकते हैं।

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