भोपाल। सिंधिया समर्थक बाद विधायकों ने स्पष्ट रूप से कहा है कि मुख्यमंत्री कमलनाथ के नाराजगी की वजह से उन्होंने यह कदम उठाया है। मुख्यमंत्री कमलनाथ के पास मध्य प्रदेश के विधायक और मंत्रियों के लिए समय तक नहीं है। बागी विधायकों ने कांग्रेस से ज्यादा कमलनाथ पर निशाना साधा।
कांग्रेस के बागी विधायकों ने बेंगलुरु में प्रेस कॉन्फ्रेंस का स्पष्ट रूप से अपने मंसूबे पहुंचा दिए हैं । उन्होंने स्पष्ट कहा है कि कमलनाथ ने उन्हें तवज्जो तक नहीं दी । यही वजह रही कि उपेक्षा का शिकार होते रहे। इसके बाद उन्होंने बगावती तेवर अपना लिए । अब कमलनाथ सरकार की मुश्किलें और बढ़ रही है। राजनीति के जानकार बताते हैं कि कमलनाथ सरकार का जाना तय हो गया है और बीजेपी की सरकार बनने के पूरे आसार हैं। आज माननीय न्यायालय में भी फ्लोर टेस्ट को लेकर याचिका लगी है, जिसकी सुनवाई होना है। माननीय न्यायालय पर सबकी निगाहें टिकी हुई है । बेंगलुरु में बीजेपी की मुस्कुराहट और बढ़ा दी है। बागी विधायकों ने यह भी कहा है कि उन्हें किसी ने बंधक नहीं बनाया है बल्कि वह अपनी मर्जी से बेंगलुरु में रुके हैं।