अब अवंतिकानाथ से करो प्रार्थना.. कोरोना से बचाएंगे कालों के काल.!

उज्जैन। जिनके दर्शन करने मात्र से अकाल मृत्यु के भय से मुक्ति मिल जाती है। आज उनके दरबार में भी आम श्रद्धालुओं का प्रवेश रोक दिया गया है । मतलब सीधा है कि राजाधिराज महाकाल के दरबार में अब आम श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं मिलेगा।


कोरोना वायरस का खतरा धीरे-धीरे बढ़ता जा रहा है। मध्यप्रदेश में कोरोनावायरस में दस्तक दे दी है। ऐसे में जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग किसी भी प्रकार की रिस्क लेने को तैयार नहीं है। सबसे बड़ी बात यह है कि महाकालेश्वर मंदिर देश ही नहीं बल्कि विदेश में भी आकर्षण का केंद्र रहा है। शिव भक्त दूर-दूर से राजाधिराज महाकाल के दर्शन करने के लिए आते हैं। ऐसी स्थिति में महाकालेश्वर मंदिर में आम श्रद्धालुओं के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। बताया जा रहा है कि महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं की स्क्रीनिंग शुरू हुई थी लेकिन कुछ श्रद्धालु बुखार और बीमार होने की स्थिति में आधे घंटे पहले दवाई लेकर मंदिर प्रवेश कर रहे थे। चैकिंग करने वाली टीम को चकमा देकर मंदिर में प्रवेश करने के मामले सामने आ रहे थे । इसी वजह से महाकालेश्वर मंदिर समिति के प्रशासक सुजान सिंह रावत ने बड़ा कदम उठाया है।

महाकालेश्वर मंदिर में श्रद्धालुओं का प्रवेश आगामी आदेश तक रोक दिया गया है।  महाकालेश्वर मंदिर में भस्मारती से लेकर रात तक होने वाली पूजा नियमित और सुचारू रूप से जारी रहेगी। इसके अलावा स्थिति सुधरने पर ही प्रवेश चालू किया जाएगा।

अवंतिका नाथ के दरबार में कोरोना वायरस को लेकर पूजा प्रार्थना का सिलसिला भी चल रहा है। पंडे पुजारियों द्वारा इस विपदा से निपटने के लिए राजाधिराज की सेवा की जा रही है। आम लोग भी अवंतिका नाथ से प्रार्थना कर कोरोना वायरस से मुक्ति के लिए हाथ पसार सकते हैं। सनातन धर्म में इस बात का भी उल्लेख है जहां दवा काम नहीं आती है वहां दुआएं असर करती है । राजाधिराज के दरबार में मांगी गई दुआ और उनका नाम लेकर की गई प्रार्थना कभी विफल नहीं होती है। इसी प्रकार सभी धर्म के लोग अपने घरों में रहकर प्रार्थना के माध्यम से भी इससे निपटने के लिए दुआ कर सकते हैं।

Leave a Reply

error: