उज्जैन। कोरोना के खिलाफ चल रही जंग में गुरुवार भले ही दुख भरी खबरें लेकर आया हूं लेकिन शुक्रवार सुख भरी खबरें लेकर आ रहा है । उज्जैन एक ऐसा परचम आज लहराने जा रहा है जो इतिहास के पन्ने पर दर्ज हो जाएगा और इसके लिए पूरी मेहनत की है उज्जैन के कमिश्नर आनंद शर्मा और कलेक्टर शशांक मिश्र ने।
उज्जैन में कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ने की आशंका के चलते उज्जैन संभाग आयुक्त आनंद शर्मा और कलेक्टर शशांक मिश्रा ने पहले ही तैयारी कर ली थी। उज्जैन में लगभग 10,000 लोगों को क्वॉरेंटाइन कर दिया गया था। इसके अलावा उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग परीक्षण के लिए सारी औपचारिकताएं भी निभा ली थी। उज्जैन संभाग आयुक्त आनंद शर्मा, जिलाधीश शशांक मिश्र की मेहनत को ध्यान में रखते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और स्वास्थ्य मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने व्यक्तिगत रूप से रूचि लेते हुए मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग की अनुमति करवा दी है। अब शुक्रवार से उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में टेस्टिंग शुरू हो जाएगी। सबसे पहले कुछ सैंपल टेस्ट करने के बाद सैंपल के साथ रिपोर्ट एम्स जाएगी । वहां पर सैंपल की फिर से जांच की जाएगी। जांच की दोनों रिपोर्ट का मिलान करने के बाद उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को टेस्टिंग की हरी झंडी मिल जाएगी। इस प्रकार उज्जैन में जब टेस्ट होना शुरू हो जाएंगे तो लोगों को काफी राहत मिलेगी। अभी टेस्टिंग रिपोर्ट आने में काफी वक्त लग रहा है जिसकी वजह से संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है । इस संबंध में उज्जैन उत्तर के विधायक और पूर्व मंत्री पारस जैन ने भी मुख्यमंत्री को चिट्ठी लिखी थी। सभी की मेहनत रंग लाने वाली है और करोना के खिलाफ चल रही जंग में उज्जैन को बड़ी सफलता मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इंदौर और भोपाल के बाद उज्जैन को अपने प्राथमिकता में शामिल कर लिया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान स्वयं मैदान में उतर गए हैं और संक्रमित क्षेत्रों में बीमारी के खिलाफ लड़ाई लड़ने के लिए खुद मानिटरिंग कर रहे हैं। उल्लेखनीय के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का उज्जैन से बेहद लगाव है। इसी वजह से भगवान महाकाल की नगरी के लोगों को चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है अभी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैदान में है।
अब होम क्वोरेंटाईन – उज्जैन के प्रशासनिक अधिकारियों के पास लगातार यह शिकायत पहुंच रही थी कि कई लोग (कोरोना मरीज) पूरे परिवार को क्वॉरेंटाइन सेंटर पर ले जाने की वजह से भी सामने नहीं आ रहे हैं । इसी वजह से प्रशासनिक अधिकारियों ने यह निर्णय लिया है कि अब लोगों को अधिक से अधिक संख्या में हम क्वारेंटाइन ही किया जाएगा। उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र ने भी इस बात की पुष्टि की है। उन्होंने कहा है कि शुक्रवार को पुलिस ट्रेनिंग स्कूल में मौजूद अन्य लोगों को भी होम क्वारेंटाइन के लिए भिजवा दिया जाएगा।