उज्जैन। करोना के खिलाफ जंग में खिलाफ जंग में जो उज्जैन पुलिस का योगदान है वह एहसान उज्जैन के लोग जीवन पर्यंत भी नहीं उतार पाएंगे । जब भगवान का दर भी बंद हो गया, उस समय पुलिस ने अपना दरवाजा खोल दिया । अपने प्राणों को खतरे में डालकर लोगों रक्षा करने के लिए उज्जैन पुलिस का यह जज्बा देवदूत से कम नहीं है। देखिये खास रिपोर्ट।
पूरा विश्व कोरोना से जंग लड़ रहा है जब करोना के नाम से ही लोग सोशल डिस्टेंसिंग अपना रहे हैं, उसी घड़ी में उज्जैन पुलिस का एक एक जवान और अधिकारी अपनी जान की परवाह किए बिना इस जंग में सकारात्मक पहल कर रहा है । वर्तमान समय में उज्जैन पुलिस का योगदान सालों तक भुलाया नहीं जा सकेगा । वर्तमान परिस्थितियों में भगवान के दरवाजे तक बंद हुए हैं लेकिन उज्जैन पुलिस ने अपना दरवाजा खोल दिया है। आप इन बातों से सारी चीजें समझ नहीं पा रहे होंगे लेकिन हम आपको विस्तार से समझाते हैं कि माजरा क्या है? दरअसल कोरोना महामारी के चलते लोग किसी अनजान को अपने घर में प्रवेश तक नहीं दे रहे हैं । ऐसी परिस्थिति में लोग जब सूखे घंटों को पानी पिलाने से भी गुरेज कर रहे हैं। ऐसे समय में जब आर्डी गार्डी जैसे बड़े मेडिकल कॉलेज में व्यवस्थाएं दुरुस्त नहीं है , उस समय उज्जैन पुलिस आम लोगों की सुरक्षा और रक्षा के लिए अपना सर्वस्व निछावर करने को तैयार है । उज्जैन पुलिस महानिरीक्षक राकेश कुमार गुप्ता, पुलिस उपमहानिरीक्षक मनीष कपूरिया और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सचिन कुमार अतुलकर ने अपने मक्सी रोड स्थित पीटीएस के दरवाजे खोल दिए हैं । आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में 90 पॉजिटिव मरीज भर्ती है । इतनी बड़ी संख्या देखकर मेडिकल का स्टाफ घबरा रहा था। इस संख्या को कम करना था, यहां से कुछ मरीजों को दूसरी जगह शिफ्ट करना था, इस घड़ी में कई विभागों ने हाथ खड़े कर दिए। उस समय पुलिस ने अपना जज्बा दिखाते हुए पीटीएस का भवन दे दिया। पहले इस भवन का उपयोग क्वॉरेंटाइन सेंटर के रूप में किया जा रहा था । अब यहां पर अस्थाई रूप से अस्पताल की शक्ल दे दी गई है। यहां पर लगभग 40 गुना पॉजिटिव मरीजों को रखा जाएगा। पॉजिटिव मरीजों को उपचार दिया जाएगा। इसके अलावा यहां पर मेडिकल स्टाफ और चिकित्सक तैनात रहेंगे । डाक्टर एचपी सोनाने ने बताया कि कई मरीजों को शिफ्ट करने का काम शुरू हो गया है। आज रात ही 40 मरीजों को शिफ्ट कर दिया जाएगा। ऐसे मरीजों को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से पहुंचाया जा रहा है जो स्वस्थ हैं लेकिन पॉजिटिव है , जबकि गंभीर मरीजों को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में ही रखा जा रहा है।
क्या कहा इन्होंने-
इस घड़ी में सभी को मिलजुलकर आपसी सामंजस के साथ कोरोना के खिलाफ महामारी से लड़ाई लड़ना है ।पुलिस तो हमेशा ही त्याग करने के लिए तैयार रहती है। हम होंगे कामयाब…
– राकेश कुमार गुप्ता
(आईजी उज्जैन)
– हमने पहले ही कह दिया है कि हम एक होनाहार अधिकारी हो चुके हैं लेकिन अभी भी हमारा हौसला कम नहीं हुआ है । लोगों की रक्षा और सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार हैं ।