उज्जैन। भले ही कोरोना महामारी का इलाज अभी तक नहीं मिल पाया हो लेकिन उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव मरीजों का यथासम्भव इलाज डॉक्टर बड़ी शिद्दत के साथ कर रहे हैं और जो लोग काम नहीं कर रहे हैं उनका इलाज उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र कर रहे हैं।
धार्मिक नगरी उज्जैन में पिछले मंगलवार से लगातार कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही थी। इसके अलावा आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की ओर से भी लापरवाही की शिकायत आ रही थी । एक तरफ मरीजों का बढ़ना और दूसरी तरफ इलाज में लापरवाही होना.. दोनों ही बातें जिला प्रशासन को चिंता में डाल रही थी.. दूसरी तरफ जनप्रतिनिधि भी हैरान और परेशान थे । इन सबके बीच विपरीत परिस्थितियों में उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र आपसी तालमेल के साथ धीरे-धीरे समस्याओं को ठिकाने लगा दिया है।
उज्जैन संभाग आयुक्त आनंद शर्मा और कलेक्टर शशांक मिश्रा के प्रयासों से आरडी गार्डी मेडिकल कॉलिज को टेस्टिंग के अनुमति भी मिल गई है। इसके अलावा आरडी गार्डी की समस्याएं हल करने के लिए वहां पर प्रशासनिक अधिकारियों की पदस्थी भी कर दी गई है। जिसके बाद धीरे-धीरे हालात बहुत बेहतर हो गए हैं । 25 अप्रैल को अजीज जीनवाला नमक जो मरीज अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का प्रश्नचिन्ह लगाते हुए आवाज उठा रहा था और विडियो वायरल कर रहा था। जब मंगलवार को अजीज से उज्जैन चर्चा ने बात की तो उसने कहा कि स्थिति बेहद बेहतर है। पहले से काफी सुधार हो गया है । आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में उपचार अच्छे से चल रहा है। उसने यह भी बताया कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों को भांप (steam) भी दिलवाई जा रही है।
आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में पिछले मंगलवार से अभी तक जो हालात सुधरे हैं उसके पीछे कई कारण बताए जा रहे हैं । उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र के आदेश पर प्रशासनिक अधिकारियों ने पहले तो आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में अनुपस्थित चिकित्सा कर्मचारियों के खिलाफ आदेश का पालन नहीं करने की एफ आई आर दर्ज करवा दी। इसके बाद लापरवाही के मामले में मेडिकल कॉलेज को भी सूचना बताओ नोटिस जारी किया गया। इन कार्यवाहियों से कॉलेज प्रशासन हिल गया, जिसके बाद से ही धीरे-धीरे इंतजाम बेहतर होने लगे । अभी छोटी-मोटी समस्याओं को छोड़कर कॉलेज में कोरोना मरीजों का उपचार अच्छे से चल रहा है। इसके अलावा कई मरीजों की हालत में काफी सुधार हो गया है । आने वाले कुछ दिनों में कई मरीज अस्पताल से डिस्चार्ज होकर खुशी-खुशी घर लौट जाएंगे।