उज्जैन। वैश्विक महामारी कोरोना की कहर के बीच एलआईसी की दरियादिली भी देख लीजिए.. एलआईसी ने उज्जैन के नाजिर की आधा दर्जन पॉलिसियों का भुगतान लाॅक डाउन के बीच ऑफिस खोलकर करवाया। सबसे बड़ी बात तो यह है कि अभी एलआईसी के अधिकारियों के पास पीड़ित परिवार के आवश्यक दस्तावेज तक नहीं पहुंचे हैं । यह दस्तावेज उनके परिवार के लोगों के क्वोरेंटाईन समय खत्म होने के बाद हासिल किए जाएंगे।
“जीवन के साथ भी और जीवन के बाद भी” का स्लोगन देने वाली एलआईसी ने उज्जैन में सराहनीय कार्य किया है। उज्जैन कलेक्ट्रेट में पदस्थ नाजिर धर्मेंद्र जोशी के निधन के बाद उनके पीड़ित परिवार को आधा दर्जन पॉलिसियों का भुगतान करवा दिया है। एलआईसी के मैनेजर राहुल भटनागर ने बताया कि विशेष परिस्थितियों में मंडल के अधिकारियों और विभाग के कर्मचारियों के सहयोग से भुगतान किया जा चुका है। उन्होंने यह भी बताया कि इस पूरे कार्य में उज्जैन के जिला प्रशासन की भी अहम भूमिका रही है। बताया जाता है कि बड़े प्रशासनिक अधिकारियों ने नाजिर के परिवार को जल्द मदद मिलने के लिए प्रयास किए थे। दूसरी तरफ एलआईसी ने भी अपनी दरियादिली दिखाई है। आमतौर पर बीमा कंपनियां दस्तावेज लेने के बाद ही भुगतान करती है लेकिन एलआईसी ने वर्तमान समय की परिस्थितियों को भापते हुए आधा दर्जन पॉलिसियों का भुगतान तुरंत कर दिया । एलआईसी के अधिकारियों ने बताया कि अभी कुछ दस्तावेजों की जरूरत है जो पीड़ित परिवार से उनका क्वोरेंटाईन खत्म होने के बाद हासिल किए जाएंगे। एलआईसी का सहयोगात्मक रवैया निश्चित रूप से सराहनीय है । उज्जैन ही नहीं बल्कि प्रदेश और देश की जनता इस अनूठी मिसाल को हमेशा याद रखेगी।