अब होटल जैसा मीनू…

उज्जैन। आपको यह सुनकर आश्चर्य होगा कि अस्पताल में होटल जैसा मीनू मिल रहा है लेकिन यह सच है। उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में कोरोना पॉजिटिव मरीजों के लिए होटल के मीनू जैसा खाना परोसा जा रहा है। इसके अलावा पौष्टिकता और गुणवत्ता का विशेष ध्यान भी रखा जा रहा है, इतना ही नहीं मरीजों की वीडियो कॉल के जरिए परिवार वालों से बातचीत भी कराई जा रही है। नई व्यवस्था से मरीज काफी खुश हैं और उनका मनोबल 10 गुना बढ़ गया है।

उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से पिछले कई दिनों से लगातार अव्यवस्थाओं की शिकायतें आ रही थी। इसके बाद कई प्रश्नचिन्ह लग गए थे। यह कहा जा रहा था कि कोरोना से जंग उज्जैन कैसे जीत पाएगा ? कई सवाल उठने लगे थे लेकिन अब सवालों के जवाब सामने आ रहे हैं। भगवान महाकाल के दरबार में प्रशासक के रूप में पदस्थ सुजान सिंह रावत को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की कमान सौंप दी गई है।

अपर कलेक्टर सुजान सिंह रावत ने मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में काफी बदलाव किया है । पहले मरीजों को ₹15 थाली का भोजन दिया जा रहा था । अब आपको यह जानने की जरूरत नहीं होगी कि ₹15 में कैसा भरपेट खाना मिल सकता है। अब मरीजों को ₹75 थाली का खाना दिया जा रहा है। इसके अलावा बिस्किट, केक, अंकुरित चने, फ्रूट जूस, दूध आदि परोसा जा रहा है। इसके अलावा महाकालेश्वर मंदिर से मेडिकल कालेज में टीवी भी लगा दी गई है। अब मेडिकल कॉलेज में मरीजों के मनोरंजन का भी ध्यान रखा जा रहा है ताकि उनका तनाव कम हो सके। इसके अलावा उनके परिवार वालों से नर्सिंग स्टाफ द्वारा वीडियो कॉल के जरिए बात भी कराई जा रही है। इससे मरीज भी काफी संतुष्ट है।

दूसरी तरफ उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र सहित आला अधिकारियों ने मेडिकल स्टाफ का मनोबल बढ़ाने के लिए उनके साथ बातचीत भी की। आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज की नई व्यवस्थाओं से जो सुधार हुआ है, उसका गुणगान मरीज भी गा रहे हैं । हालांकि कुछ छोटी-छोटी परेशानियों पर अभी काम चल रहा है । मेडिकल कॉलेज परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं ताकि सभी हलचल की जानकारी प्रशासन पहुंच सके। जिला प्रशासन के अधिकारी मेडिकल कॉलेज के कुछ स्टाफ का बीमा कराने की भी सोच रहे हैं  इससे उनका मनोबल और बढ़ाया जा सके।

दान दाताओं को करना चाहिए काॅलेज का रूख

वर्तमान परिस्थिति में मेडिकल कॉलेज की व्यवस्थाओं में सुधार बेहद जरूरी था। अब वे दानदाता जो देश के लिए कुछ कर गुजरने की सोच रहे हैं, उन्हें उज्जैन जिला प्रशासन से बात करना चाहिए और मेडिकल कॉलेज की कुछ सुविधाओं और व्यवस्थाओं के लिए अपनी ओर से भी सहायता करनी चाहिए। जिला प्रशासन और सरकार तो अपनी तरफ से कोशिश कर रही है मगर तत्काल कदम उठाए जाने के लिए लोग भी आ गया सकते हैं। उज्जैन जिला प्रशासन को कई लोगों ने आगे बढ़कर आर्थिक मदद की। उज्जैन में लोकेंद्र सिंह नामक समाजसेवी ने उज्जैन कलेक्टर को ₹500000 का चेक कुछ दिन पहले सौंपा था।

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