उज्जैन। एक घने अंधेरे के बाद हमेशा उजाला होता है.. अमावस की रात के बाद सूरज चमकता है.. कोरोना वायरस की बुरी खबरों के बाद अब अच्छी खबरें भी आने लगी है.. उज्जैन में लगातार मरीजों के ठीक होने की खबर से प्रशासन भी मुस्कुरा उठा है.. दूसरी तरफ आम लोगों का मनोबल भी बढ़ रहा है.. शनिवार को 13 लोगों की नेगेटिव रिपोर्ट आई लेकिन किसी कारण से 12 लोगों की ही अस्पताल से छुट्टी की गई है.. अब सोमवार से उज्जैन काम पर निकलेगा। देखिए खास रिपोर्ट।
कोरोना वायरस से जंग जीतने को उज्जैन बीएफ बेताब है। शनिवार को 13 मरीजों की नेगेटिव रिपोर्ट आई । इसके बाद 12 मरीजों का अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। अभी एक मरीज को कुछ कारणों के चलते छुट्टी नहीं दी गई है । संभावना है कि रविवार और सोमवार को 15 से 20 मरीजों की ओर छुट्टियों सकती है। इस प्रकार उज्जैन में लगातार कोरोना के मरीज ठीक हो रहे हैं । उज्जैन के लिए बड़ी राहत वाली खबर है। इन खबरों से जिला प्रशासन के साथ-साथ स्वास्थ्य विभाग और मरीजों के अलावा आम लोगों का मनोबल भी 4 गुना बढ़ गया है। अभी तक उज्जैन में केवल राबिया बी के परिवार के चार सदस्यों की ही अस्पताल से छुट्टी हुई थी। इसके बाद यह दूसरा मौका है जब 13 मरीज ठीक हुए है। कुल मिलाकर उज्जैन में 17 मरीज कोरोना पॉजिटिव होने के बाद फिर नेगेटिव हो गए । इसके लिए स्वास्थ्य विभाग भी की रणनीति भी कारगर साबित हुई है।
सोमवार से अब उज्जैन के लोग अलग काम पर निकल सकेंगे। उज्जैन कलेक्टर शशांक मिश्र रविवार को इस संबंध में महत्वपूर्ण बैठक आयोजित कर रहे हैं। इस बैठक में सोमवार से चालू होने वाले दफ्तरों को लेकर रणनीति बनाई जाएगी। प्रशासनिक सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक कंस्ट्रक्शन को अनुमति दे दी जाएगी। हालांकि उन इलाकों में कंस्ट्रक्शन नहीं हो पाएगा जहां पर कंटेनमेंट एरिया है । इसके अलावा शहरी सीमा और कुछ शर्तों के साथ कंस्ट्रक्शन चालू हो जाएगा। ऐसी स्थिति में मजदूरों को साइड पर ही सोशल डिस्टेंस के साथ रहने और समस्त सुविधाओं की पूर्ति करना आवश्यक है। साइड पर मास्क, सैनिटाइजर आदि के इंतजाम भी होना चाहिए।
इसके अतिरिक्त शराब की दुकानें भी लगभग खुलने की पूरी संभावना है। इसके लिए कुछ एहतियात बरती जा सकती है। शराब की दुकानों पर सोशल डिस्टेंस अलावा कैमरों से निगाह रखी जा सकती है, इतना ही नहीं शहर के निजी आफिसों को भी प्रशासन के पास आवेदन आने पर कुछ शर्तों के साथ आधे कर्मचारियों के साथ आफिस खोलने की अनुमति मिल सकती है । अभी बाजार खुलने पर किसी प्रकार की सहमति होने की संभावना कम ही है । गौरतलब है कि उज्जैन रेड जोन में है। ऐसी स्थिति में मेडिकल सहित आवश्यक सुविधाएं ही चालू रहेगी। अभी पहले की तरह बाजार को चालू नहीं किया जाएगा लेकिन काफी हद तक जीवन पटरी पर आ जाएगा। हालांकि यह भी संकेत दिए जा रहे हैं कि जो सोशल के नियमों का पालन नहीं करेगा और मास्क नहीं पहनेगा उसके खिलाफ वर्तमान की तरह वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।
इनकी हुई छुट्टी-
जिन मरीजों को आज घर भेजा गया उनमें पुलिस ट्रेनिंग स्कूल से सर्वश्री मोहसीन हुसैन 20 वर्ष, हरशाद पिता अशफाक आयु 11 वर्ष, शाहनवाज 35 वर्ष, मुस्कान 21 वर्ष, मोहम्मद अरशद 7 वर्ष, नाजनीन 25 वर्ष, अब्दूल अली 56 वर्ष, लालचंद 67 वर्ष, अब्दुल समद 61 वर्ष, आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से डॉ. नरेन्द्र कुमार महाडिक 85 वर्ष, पल्लवी दास 25 वर्ष तथा हसीना बी 50 वर्ष शामिल हैं। कलेक्टर शशांक मिश्र ने घर जाने वाले मरीजों को गुलदस्ता भेंट कर शुभकामनाएं दी तथा उनसे एहतियात बरतने के लिए कहा।