उज्जैन। उज्जैन के तेलीवाला इलाके पर भी कोरोना पॉजिटिव मिल गया है। जैन परिवार के सदस्य को पॉजिटिव निकला है जबकि अन्य सदस्यों की जांच जारी है। देर रात एंबुलेंस तेलीवाड़ा पहुँची और पॉजिटिव मरीज को लेकर आरडी गार्डी के लिए रवाना हुई । उज्जैन शहर के लगातार में इलाके कोरोना की चपेट में आ रहे हैं।
उज्जैन शहर का जांसापुरा, कोट मोहल्ला, दानीगेट, महानंदा नगर, कमरी मार्ग, शिकारी गली, तोपखाना, आगरे का बाड़ा, गांधीनगर, विश्व बैंक कॉलोनी, बजरंग नगर, निकास चौराहा, दूध तलाई, अवंतीपुरा के बाद अब कोरोना पोजीटीव मामले में तेलीवाड़ा का नाम भी जुड़ गया है। तेलीवाड़ा रहने वाली जैन परिवार की महिला सदस्य उम्र 42 साल को कोरोना पॉजिटिव आया है। उन्हें देर रात एंबुलेंस लेने के लिए पहुंची। एंबुलेंस में बिठाकर उन्हें आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज रवाना किया गया। अभी परिवार के और भी सदस्यों की जांच बाकी होने की खबर आई है। इस खबर से इलाके में खलबली मच गई।
बताया जाता है कि जैन परिवार लॉक डाउन का पूरा पालन कर रहा था लेकिन महिला सदस्य कैसे संक्रमित हो गई ? इस बात को लेकर आश्चर्य व्यक्त किया जा रहा है। इस पूरे मामले में राहत देने वाली खबर यह है कि अब लोग खुद ही बीमार होने पर निकल कर आ रहे हैं। जैन परिवार ने इसकी मिसाल कायम की है। बताया जाता है कि महिला को बुखार, सर्दी, खांसी के लक्षण दिखाई दिए तो खुद जैन परिवार आगे आया और जांच करवाई । इसके बाद महिला पॉजिटिव निकली ।
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने भी लोगों से अपील की है कि अगर उन्हें सर्दी , खांसी, जुखाम और सांस लेने में दिक्कत जैसी परेशानी हो तो तुरंत स्वास्थ्य विभाग को सूचित करें ताकि समय रहते इलाज हो सके । उज्जैन में छोटे-छोटे बच्चों से लेकर 90 साल के बुजुर्ग तक कोरोना से जंग जीतकर ठीक हो चुके हैं । सबसे बड़ी बात यह है कि बीमार लोगों को सही समय पर बाहर निकल कर आने की जरूरत है । ऐसा अगर होता रहा तो निश्चित रूप से उज्जैन कोरोना से पूरी तरह मुक्त हो जाएगा। इसके अलावा समाज के दूसरे लोगों का संकट भी टल जाएगा। बताया जाता है कि उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह की अपील के बाद ही जैन परिवार पर इसका भी असर हुआ और उन्होंने अच्छे इलाज के विश्वास के साथ आगे रहकर अपनी जांच करवाई।
खुद पर संकट मंजूर लेकिन समाज पर नहीं..
यह माना जाता है कि जैन समाज के बिना उज्जैन अधूरा है.. जैन समाज एक तरफ जहां कोरोना काल में सेवा कार्य में लगा हुआ है, वहीं दूसरी तरफ समाज के लोग खुद पर संकट मंजूर कर रहे हैं मगर समाज में कोरोना के फैलाव को रोकना चाहते हैं । जैन समाज के कई लोग अभी तक लक्षण पाए जाने पर खुलकर सामने आ चुके हैं । यह दूसरे लोगों के लिए भी अच्छा संदेश है।।