उज्जैन। एक के बाद एक जैन परिवार के चार सदस्य पॉजिटिव निकल गए हैं। इस खबर ने तेलीवाड़ा से लेकर केडी गेट पर सनसनी फैला दी है। सभी को आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है।
कोरोना का संक्रमण घंटो नहीं बल्कि मिनटों में फैल जाता है। इसके कई उदाहरण देखने को मिल चुके हैं । अब कोरोना से तेलीवाड़ा का जैन परिवार लड़ रहा है। परिवार के एक के बाद एक चार सदस्य पॉजिटिव निकल गए हैं । इनमें दो महिलाएं और दो पुरूष है। सभी को इलाज के लिए मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया गया है । सभी की हालत में सुधार है । सबसे बड़ी बात तो यह है कि जैन परिवार के सदस्यों खुद ही पहल करते हुए कोरोना की जांच करवाई थी। उन्हें हल्का बुखार कोरोना के लक्षण दिखाई दिए थे, जिसके बाद उन्होंने आगे बढ़कर जांच करवाई।
गौरतलब है कि उज्जैन में जैन समाज के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं । ऐसी स्थिति में काफी संख्या में लोग कोरोना से भी संक्रमित हो रहे हैं। नयापुरा , अब्दालपुरा, गांधीनगर और अब तेलीवाड़ा के जैन परिवार के सदस्य कोरोना से संक्रमित हो चुके हैं। इन सबके बीच उज्जैन उत्तर के विधायक पारसचंद जैन नेे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को जैन समाज के साधु-संतोंं के विहार के संबंध में व्यवस्था विषयक पत्र भी लिखा है। पत्र देखिये-
यहाँ से फैल रहा है संक्रमण –
उज्जैन जिला प्रशासन के आदेश के बावजूद लोग लापरवाही बरत रहे हैं। फल, सब्जी, दूध, पॉलिथीन, नोट, जूते, चप्पल आदि से कोरोना फैल रहा है । अगर उक्त सामान का उपयोग सावधानीपूर्वक नहीं किया तो कोरोना फैलने का खतरा बढ़ जाता है । बाजार जाने वाली समस्त सामग्रियों को अच्छी तरह धोकर और सैनिटाइज कर ही उपयोग किया जाना चाहिए। बेवजह अस्पताल जाना और अस्पताल के आसपास लगातार संपर्क में रहना भी महंगा पड़ सकता है।
अभी भी सेवा कार्य में लगा है जैन समाज
एक तरफ जहां जैन समाज के लोग संक्रमित हो रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ वे सेवा कार्य में भी पीछे नहीं हट रहे हैं । देवास रोड पर जैन समाज के परिसर को क्वाॅरेंटाइन के लिए सबसे पहले दिया गया था । अभी भी शहर के कई क्षेत्रों में जैन समाज के लोग सेवा कार्य कर रहे हैं। समाज के लोगों का जज्बा देखकर संक्रमित मरीजों का भी हौसला बढ़ रहा है।
किसी ने बीमारी नहीं छुपाई
कोरोना को लेकर फैलाव का सबसे बड़ा कारण बीमारी छिपाना बताया जा रहा है। कई लोगों ने बीमारी छुपा कर समाज को संकट में डाल दिया लेकिन जैन समाज के लोगों ने आगे बढ़कर कोरोना की जांच कराई और लक्षण पाए जाने पर प्रशासन को पूरा सहयोग दिया। यह भी एक अपने आप में मिसाल है।