उज्जैन। उज्जैन जिले में लाॅक डाउन के कारण शराब की दुकानें बंद है ऐसी स्थिति में कई लोग कच्ची शराब के लिए मानव जीवन के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं । ऐसे लोगों पर आबकारी विभाग ने शिकंजा कस दिया है। आबकारी विभाग का कच्ची शराब माफिया पर सर्जिकल स्ट्राइक देखिए।
आबकारी नियंत्रण कक्ष के प्रभारी आर एच पचौरी ने बताया कि आज दिनांक 13 मई 2020 को उज्जैन सहायक आबकारी आयुक्त केसी अग्निहोत्री के मार्गदर्शन में उज्जैन जिले में घोषित शुष्क दिवस को दृष्टिगत रखते हुए जिला आबकारी दल एवं व्रत तराना महिदपुर द्वारा अवैध मदिरा धारण परिवहन संग्रहण निर्माण आदि के विरुद्ध चलाया गया। इस अभियान के तहत ग्राम बरखेड़ी बाजार में तलाशी के दौरान कच्ची हाथ भट्टी 6 प्रकरण पंजीबद्ध हुए। मौके पर दो हाथ भट्टी चालू हालत में मिली। मौके पर 50 लीटर कच्ची हाथ भट्टी, मदिरा एवं महुआ गुड लहान लगभग 1500 किलो बरामद हुआ। आरोपियों के विरुद्ध मध्य प्रदेश आबकारी अधिनियम 1915 की धारा 34 के अंतर्गत कार्रवाई कर उक्त सामग्री को विधिवत जप्त किया गया। जप्त सामग्री की कीमत लगभग ₹165000 है। संपूर्ण कार्रवाई में आर के शुक्ला, सुनीता मालवीय , कृतिका द्विवेदी, संगीता राठौर, मूलचंद राम लखियानी एवं समस्त स्टाफ का सहयोग रहा।
महिला कर्मचारियों का योगदान
उल्लेखनीय है कि उज्जैन में कोरोना महामारी के चलते लॉक डाउन चल रहा है । इस दौरान पुलिस की व्यस्तता भी बढ़ गई है। लाॅक डाउन के दौरान कच्ची शराब की बेहद मांग बढ़ रही है। इस मौके का फायदा उठाते हुए बरखेड़ा बाजार में बड़े पैमाने पर चढ़ा बनाई जा रही थी। आपकारी विभाग की सर्जिकल स्ट्राइक से पूरे इलाके में खलबली मच गई । सबसे बड़ी बात यह रही कि आबकारी विभाग की टीम में महिला कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा।
महंगी हुई जानलेवा शराब
गौरतलब है कि रतलाम जिले में मई के महीने में ही कच्ची शराब पीने से 10 लोगों की मौत के मामले सामने आ चुके हैं । जानलेवा कच्ची शराब के खिलाफ आबकारी विभाग लगातार कार्रवाई कर रहा है। बताया जाता है कि लाॅक डाउन के दौरान कच्ची शराब की मांग बढ़ने से उसकी कीमत में भी बढ़ोतरी हुई है। अब 300 से ₹500 लीटर कच्ची शराब बिक रही है। इसी वजह से देहात के इलाकों कच्ची शराब के भट्टी लगाने का क्रम बड़ा है।