उज्जैन। किसानों के लिए आंदोलन करने वाले दोनों विधायक केंद्रीय जेल भेरूगढ़ में रात भर करवटें बदलते रहे। दोनों विधायकों के भूख हड़ताल की खबरें आ रही थी लेकिन जेल प्रशासन के मुताबिक उन्होंने भरपेट भोजन किया। दोनों विधायकों को आइसोलेशन में अलग वार्ड में रखा गया है।
उज्जैन और रतलाम जिले के दोनों कांग्रेसी विधायक महेश परमार और मनोज चावला महाकाल मंदिर के समीप पद यात्रा निकालते समय बुधवार को समर्थकों के साथ गिरफ्तार हो गए थे। तराना विधायक महेश परमार और आलोट विधायक मनोज चावला तथा समर्थकों पर महाकाल थाना पुलिस ने मुकदमा दर्ज करते हुए प्रतिबंधात्मक धाराओं में जेल भेज दिया। ए डी एम आर पी तिवारी के मुताबिक दोनों ही विधायक अपने समर्थकों के साथ रेड जोन के नियमों का उल्लंघन कर रहे थे, इसी वजह से उन्हें गिरफ्तार किया गया ।विधायकों को केंद्रीय जेल भेरूगढ़ भेज दिया गया। भैरवगढ़ जेल में पहले तो दोनों विधायकों के भूख हड़ताल पर बैठने की खबरें आई लेकिन बाद में दोनों ने जेल में भोजन कर लिया।
जेल अधीक्षक अलका सोनकर के मुताबिक नए बंदियों को दूसरे कैदियों से अलग 14 दिनों तक आइसोलेशन में रखा जाता है। इसके बाद उन्हें मुख्य जेल में भेजा जाता है। कोरोना काल में जेल के भी कुछ नियम बदल गए हैं। इसी वजह से दोनों विधायकों को आइसोलेशन वार्ड में रखा गया। उन्हें रात में नियमानुसार अलग अलग 2 चद्दर, एक दरी, एक कंबल दिए गए जिसे जमीन पर बिछाकर वे लेट गए। जेल में सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन कराया जा रहा है । रात्रि के समय जब कैदी सोते हैं तो एक बंदी का एक तरफ सिर रहता है तो दूसरे बंदी का पैर रहता है। इस प्रकार से एक दूसरे के संपर्क में आने से बचाया जा रहा है। वर्तमान समय में नई और पुरानी जेल को अलग-अलग बांट दिया गया है।
जेल प्रशासन के सूत्रों के मुताबिक दोनों विधायक रात भर करवटें बदलते रहे । उधर दोनों विधायकों ने बिना शर्त रिहा करने की मांग रखी है । अगर दोनों विधायक और समर्थक जमानत लगाते हैं तो उन्हें बुधवार को ही जमानत भी मिल सकती थी लेकिन वे बिना शर्त रिहाई की मांग कर रहे हैं । अब यह देखना दिलचस्प होगा कि विधायकों को कितनी राहत जेल में बिताना पड़ती है ?