उज्जैन। उज्जैन के सबसे बड़े हॉटस्पॉट बन कर उभरे बेगमपुरा का अभी एक और कोरोना बम बाकी है ? यह कोरमा बम उस समय फूट सकता है जब आरडी गार्डी से उन लोगों की सैंपलिंग की रिपोर्ट आएगी जो राठौर और जैन परिवार के सतत संपर्क में थे ? बेगमपुरा से धीरे-धीरे यह सवाल पूरे शहर में फैल रहे हैं । इन सवालों का जवाब ढूंढने के लिए एक दो दिन इंतजार जरूर करना पड़ सकता है। देखिए खास रिपोर्ट।
एक हैंडपंप कैसे हॉटस्पॉट बन सकता है, यह खबर “उज्जैन चर्चा” के माध्यम से आपने पढ़ ली होगी लेकिन बेगमपुरा का एक कोरोना बम अभी भी बाकी है। दरअसल बेगमपुरा के राठौर परिवार से उनके अन्य पारिवारिक सदस्य लगातार जुड़े रहे । उनके घर में कई लोगों की आवाजाही हुई है। इसके अलावा जैन परिवार की भी कुछ कांटेक्ट हिस्ट्री सामने आई है । रविवार को एक आईएएस अफसर के निर्देश अनुसार कुछ और लोगों की सैंपलिंग को लेकर प्लानिंग हुई है। बताया जाता है कि राठौर परिवार के कुछ रिश्तेदार उनके यहां लगातार आते रहे हैं । इतना ही नहीं हैंडपंप से लगातार पानी भरने का सिलसिला भी चलता रहा। इस दौरान लाॅक डाउन पालन भी नहीं हो पाया है। यही वजह रही कि बेगमपुरा में एक ऐसा कोरोना बम फटा जिसकी किसी को उम्मीद नहीं थी। हालांकि राहत देने वाली बात यह है कि राठौर परिवार और जैन परिवार के सदस्य खुद आगे रहकर स्वास्थ्य विभाग के पास अपनी जांच कराने पहुंचे थे । अगर वे कुछ और दिन आगे नहीं आते तो संभवत यह मामला और भी बड़ा हो सकता था।
दो किराना व्यापारियों की बेटी संक्रमित
बेगमपुरा के राठौर परिवार किराना का व्यापार भी करता रहा है। उनके परिवार की बेटी सबसे पहले संक्रमित के रूप में सामने आई। इसी प्रकार नयापुरा में रहने वाले एक सिंधी परिवार की बेटी भी कोरोना पॉजिटिव निकली है। उनके पिता की भी इंदिरा नगर में किराने की दुकान है ।बताया जाता है कि कोरोना के कोई लक्षण नहीं पाए गए हैं लेकिन रिपोर्ट पॉजिटिव आने की वजह से खलबली मच गई । दोनों का उपचार आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। उल्लेखनीय है कि वर्तमान में कुछ व्यापारियों को ही छूट मिली है । ऐसे में किराना, सब्जी, मेडिकल और स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ पुलिस प्रशासन से जुड़ा कोई भी व्यक्ति संक्रमित निकलता है तो चिंता और बढ़ जाती है।
बेगमपुरा को सेनेटाईज करने की मांग
बेगमपुरा के लोगों के साथ-साथ जनप्रतिनिधियों ने भी पूरे इलाके को सेनेटाइज करने की मांग की है। उनका कहना है कि बेगमपुरा में लगातार बड़े मामले सामने आ गए, इसके बाद भी अभी तक सैनिटाइज करने का कोई कार्य नहीं हो पाया है । अगर इलाके में सैनिटाइजेशन होता है तो लोगों का मनोबल और बढ़ेगा।