उज्जैन। नेताजी की हजामत देखकर अब लोगों के दिलों में भी बाल कटवाने और हजामत करवाने की हसरत जोर पकड़ रही है। हजामत से रंग रूप ही नहीं निखरता है बल्कि हजारों परिवारों की रोजी-रोटी भी चलती है लेकिन रेड जोन उज्जैन में फिलहाल हजामत बनाने वालों के दिन बड़ी मुश्किल से कट रहे हैं।
जब भी कोई परिवर्तन होता है इसका असर समाज के कई वर्गों पर लंबे समय तक पड़ता है, यह बात साबित हो जाती है । कोरोना महामारी के फैलने से प्रभावित हो रहे व्यापार व्यवसाय के उदाहरण को देखकर। मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में हेयर सलून से कोरोना फैलने की खबर आने के बाद लोगों में भय और अधिक बढ़ गया था। हालांकि मध्य प्रदेश के दूसरे जिलों में अब हेयर सलून भी सरकारी गाइडलाइन के अनुसार शुरू हो गए हैं लेकिन उज्जैन में फिलहाल हेयर सलून के साथ-साथ अन्य व्यापार व्यवसाय भी बंद है । इन सब के बीच हाल ही में नगर निगम सभापति सोनू गहलोत ने हेयरकट और हजामत बनवा कर अपनी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल की है। इसके पीछे निगम अध्यक्ष सोनू गहलोत का तर्क है कि सभी का व्यवसाय एक दूसरे के सहयोग से चलता है। वर्तमान समय और परिस्थितियों में हेयर सलून चलाने वालों के सामने रोजी-रोटी का संकट बढ़ गया है। वर्तमान परिदृश्य में लोग हेयर सलून वालों को छुआछूत की नजर से देखने लगे हैं। इसी भ्रांति को दूर करने के लिए 20 मई को जारी गृह विभाग की गाइडलाइन के मुताबिक उन्होंने अपने घर पर ही बाल कटवाए । निगम सभापति सोनू गहलोत के मुताबिक 20 मई को गृह मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है जिसके तहत कुछ नियमों का पालन करते हुए दूसरे जिलों में हेयर सलून खोल दिए गए हैं। उन्होंने यह भी कहा कि उज्जैन जिले में भी हेयर सलून खुलवाने के लिए धीरे-धीरे सरकारी गाइडलाइन के मुताबिक प्रयास किए जाएंगे ताकि व्यापार की दृष्टि से किसी भी वर्ग को नुकसान ना उठाना पड़ा।
दूसरी तरफ कांग्रेस नेता भी सोशल मीडिया पर निगम सभापति के हेयर सलून की तस्वीरें वायरल करते हुए टिप्पणी कर रहे हैं। उनका आरोप है कि सरकारी गाइडलाइन का उल्लंघन करते हुए बड़े-बड़े नेता अपना रूप निखारने में लगे हुए हैं जबकि जनता मुसीबत के दौर से गुजर रही है। इस मामले को लेकर निगम सभापति सोनू गेहलोत का कहना है कि हेयरकट करवा कर उन्होंने हेयर सलून संचालकों को हिम्मत बंधने के साथ-साथ आम लोगों में फैल रही भ्रांतियों को दूर करने की कोशिश की है। दूसरी तरफ आम लोगों के बीच भी हसरत रोज बढ़ रही है कि कब उज्जैन खुलेगा और वे भी वापस अपने दिनचर्या को पहले की तरह जिएंगे ? वर्तमान समय में उज्जैन जिले के हजारों लोग हजामत हेयरकट को तरस गए है। गौरतलब है कि अब उज्जैन को धीरे-धीरे खोलने की दिशा में भी बैठकों का दौर शुरू होने वाला है। इन बैठकों में अलग-अलग व्यापार को धीरे धीरे शुरू किए जाने पर भी नहीं हो सकते हैं।