आगर मालवा। “अगर बिजली के बिल में छूट पाना है तो बीजेपी को हटाना है कांग्रेस को लाना है 100 रू में 100 आना है..” बिजली विभाग की ओर से जब ज्यादा बिल आया तो भुगतान शिकायत की इस शिकायत के जवाब में उक्त रीमार्क लिखा हुआ आया तो ग्राहक घबरा गया। इस मामले को लेकर सहायक इंजीनियर को हटा दिया गया है।
उज्जैन जिले की सीमा से लगे आगर मालवा में हरीश जाधव नामक एक ग्राहक के घर पर बिजली विभाग ने ₹30000 का बिल भेज दिया तो इस बात की शिकायत हरीश ने बिजली विभाग के अधिकारियों से की। जब उसने अपनी ऑनलाइन शिकायत का स्टेटस चेक किया था वह चौंक गया। स्टेटस में लिखा हुआ था कि “अगर बिजली के बिल में छूट पाना है तो कांग्रेस को लाना है बीजेपी को हटाना है..” इस रिमार्क राजनीतिक हलकों में भी हलचल मचा दी। आगर में अभी उपचुनाव होना है और चुनाव के पहले इस खबर ने सब को हिला कर रख दिया। इस मामले में बिजली विभाग की ओर से सहायक इंजीनियर को हटा दिया गया है। हांलाकि सोशल मीडिया पर यह रिमार्क जमकर वायरल हो रहा है। कांग्रेस ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार बदलते ही सैकड़ों के बिल हजारों और लाखों के हो गए हैं जिससे उपभोक्ताओं की कमर टूट गई है ।
सरकार एक हाथ से मदद का वादा कर रही है जबकि बिजली के बिल की आड़ में दूसरे हाथ से लोगों से राशि वसूल रही है । दूसरी तरफ भाजपा का कहना है कि कांग्रेसी मानसिकता वाले किसी अधिकारी ने जानबूझकर पूरे मामले को तूल देने के लिए गलत तरीके से रिमार्क लिखा है । इस मामले की जांच करवाई जाएगी और जो भी दोषी होगा उस पर कार्रवाई होगी । हालांकि इस पूरे मामले में उपचुनाव के पहले आगर मालवा में खलबली मचा दी है आम लोगों के बीच भी बिजली विभाग का रिमार्क चर्चा का विषय बना हुआ है।