उज्जैन। कलेक्टर साहब, उज्जैन जिले के लाखों लोग आपके शुक्रगुजार हैं जो आपने आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज से पीछा छुड़वा दिया। उज्जैन कलेक्टर की कोशिशों से एक बड़ी सुविधा उज्जैन को मिलने लगी है । नरवर के समीप स्थित अमलतास अस्पताल में अब उज्जैन के कोरोना पोजीटीव मरीजों का उपचार होगा। सोमवार से मरीजों को भेजने का सिलसिला भी शुरू हो गया है । अमलतास में डेढ़ सौ बेड आरक्षित करवाए गए हैं।
उज्जैन के आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में लगातार हो रही लापरवाही और मौत के कारण उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने अमलतास मेडिकल कॉलेज का दौरा किया था, वहां की सुविधाओं व्यवस्थाओं के साथ-साथ चिकित्सकों से जानकारी भी ली । नरवर के समीप देवास रोड पर स्थित अमलतास मेडिकल कॉलेज में देवास सहित अन्य क्षेत्र के 40 कोरोना पॉजिटिव भर्ती है। उनके परिजनों से भी उज्जैन कलेक्टर ने जानकारी हासिल करवाई। इसके बाद आखिरकार अमलतास मेडिकल कॉलेज को उज्जैन के कोरोना पॉजिटिव मरीजों के उपचार के लिए हरी झंडी मिल गई है । सोमवार से कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अमलतास भेजने का सिलसिला शुरू हो गया है। अभी आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज में भर्ती लोगों को वहीं पर उपचार दिया जाएगा जबकि नए कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अमलतास भेजा जाएगा। आने वाले दो-तीन दिनों में अमलतास की व्यवस्था और सुविधाओं को लेकर मॉनिटरिंग की जाएगी । इसके बाद जिला प्रशासन द्वारा आगे निर्णय लिया जाएगा।उज्जैन कलेक्टर की पहल से कोरोना काल में उज्जैन के लोगों को नई सुविधा मिली है। उज्जैन एकमात्र ऐसा जिला है जिसके पेशेंट उज्जैन के साथ-साथ देवास और इंदौर जिले के अस्पतालों में भी उपचार करवा सकते हैं । ऐसी उम्मीद की जा रही है कि 31 मई तक सभी स्थिति सामान्य हो जाएगी। उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने एक बार फिर उज्जैन के लोगों से लाॅक डाउन का पूरी तरह पालन करने को कहा है।
सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को कोई भी फंड रिलीज नहीं किया गया है। आने वाले समय में सरकार फंड को लेकर अलग से निर्णय करेगी । संभावना है कि आरडी गार्डी मेडिकल कॉलेज को शिकायतों के चलते फंड जारी भी ना हो।