महाराज का यूं सफाई देना.. उज्जैन से ग्वालियर तक..

भोपाल/उज्जैन/ग्वालियर। पूर्व केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के ट्विटर पर बीजेपी हटाकर जनसेवक और खेल प्रेमी लिखने की खबर पूरे सियासी हलकों में सरगर्मी फैला दी । हालांकि पूर्व केंद्रीय मंत्री ने कुछ इस अंदाज में ट्विटर पर लिखा कि उनकी सफाई भी सुर्खियां बटोर रही है। देखिए उज्जैन से राजधानी भोपाल और ग्वालियर तक सियासी हलकों में मची खलबली की खबर।

कभी मध्य प्रदेश कांग्रेस का सबसे बड़ा चेहरा माने जाने वाले पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो चुके हैं । सोशल मीडिया से लेकर उनकी एक-एक गतिविधियों पर लाखों की संख्या में लोग निगाह रख रहे हैं। उप चुनाव के पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका काफी महत्वपूर्ण मानी जा रही है । आज बीजेपी श्री सिंधिया के कारण ही की सत्ता में है और उपचुनाव में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया की भूमिका काफी महत्वपूर्ण है । ऐसे में उनके ट्विटर हैंडल को लेकर यह खबर फैल गई कि उन्होंने एक बार फिर अपने अकाउंट से “बीजेपी” हटाकर “जनसेवक” लिख लिया है पहले भी “कांग्रेस” हटाकर “जनसेवक” लिखने की खबर जोर पकड़ चुकी है। इसके बाद सिंधिया ने बीजेपी ज्वाइन कर ली थी। इस बार खबर ने जोर पकड़ा तो पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने खुद सोशल मीडिया पर लिखा है कि “दुख की बात है कि फेक न्यूज़ सच से ज्यादा तेजी से यात्रा कर रही है”। इस खबर इस पोस्ट के बाद बीजेपी ने भी राहत की सांस ली ।

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार करने वाले हैं। फिलहाल राज्य सभा चुनाव तक मंत्रिमंडल विस्तार रोक दिया गया है लेकिन महाराज के समर्थक पूर्व विधायक मंत्रिमंडल में शामिल होंगे । वर्तमान समय में महाराज के समर्थक दो पूर्व विधायक मंत्री बन चुके हैं जबकि एक दर्जन अन्य समर्थक कतार में है। वर्तमान मंत्रिमंडल में बीजेपी की ओर से तीन चेहरों को जगह मिल चुकी है । इस प्रकार से मंत्रिमंडल में 60 : 40 का रेश्यो चल रहा है। हालांकि बीजेपी से नाराजगी की खबरों पर सोशल मीडिया पर पूर्व केंद्रीय मंत्री की पोस्ट में विराम लगा लगा दिया है  लेकिन उज्जैन से लेकर ग्वालियर तक और राजधानी भोपाल में भी महाराज का ट्विटर हैंडल चर्चा का विषय बना हुआ है।

 महाराज ने लड़ी स्वाभिमान की लड़ाई

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के समर्थक बताते हैं कि उन्होंने कभी अपने ट्विटर हैंडल पर बीजेपी लिखा ही नहीं था। कांग्रेस हटाने के बाद वे जनसेवक और क्रिकेट प्रेमी ही लिख चुके हैं जिस पर कोई फेरबदल नहीं हुआ है। उनके समर्थकों का यह भी कहना है कि महाराज हमेशा ही स्वाभिमान की लड़ाई लड़ते हैं और इसी स्वाभिमान की लड़ाई के चलते ही कांग्रेस को सत्ता से बाहर होना पड़ा ।उन्होंने यह भी कहा कि महाराज जो भी फैसला लेते हैं उनके समर्थक उसे आंखें मूंद कर स्वीकार कर लेते हैं , फैसलों को लेकर कभी भी रायशुमारी नहीं होती है। 

 कट्टर समर्थकों की पूरी फौज

पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास अपने कट्टर समर्थकों की लंबी फौज है। राजनीति में गुटबाजी हर दल में चलती है लेकिन पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया का अपना अलग ही वजूद है। वे अपने समर्थकों के लिए राजनीति में पूरी ताकत के साथ लड़ाई लड़ते हैं। यही वजह है कि उनके कट्टर समर्थक भी अंधे भक्त हैं । वर्तमान परिदृश्य में ऐसे समर्थक भी बिरले ही मिलते हैं जो एक ही झटके में अपने पूरे राजनीतिक जीवन को बदल सकते हैं जिस प्रकार से कांग्रेस विधायकों ने पूर्व केंद्रीय मंत्री के इशारे पर इस्तीफे दे दिए, वर्तमान राजनीतिक दौर में यह किसी आश्चर्य से कम नहीं है।

(विक्रमसिंह जाट)

9827093651

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