उज्जैन के व्यापारी का अपहरण हुआ था, फिरौती देकर छूटा

उज्जैन । क्या उज्जैन के दौलतगंज का व्यापारी रितेश सिरोलिया सचमुच अपनी मर्जी से गया था और अपनी ही मर्जी से वापस लौट आया ? यह सवाल उज्जैन शहर के कई व्यापारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। व्यापारियों में रितेश के अचानक लापता हो जाने से खलबली मच गई थी लेकिन रितेश के सकुशल लौट आने से व्यापारी काफी प्रसन्न है, मगर सवाल वही का वही है कि क्या व्यापारी सचमुच अपनी मर्जी से गया था।

उज्जैन के  दौलतगंज के चंपक सेल्स के संचालक रितेश सिरोलिया के लापता होने की कहानी सुलझ गई है। मक्सी पुलिस की माने तो गुमशुदगी का मामला समाप्त हो गया है। दूसरी तरफ रितेश ने खुद वीडियो वायरल का यह बताया है कि वह अपनी मर्जी से ग्वालियर चला गया था और वहां से बस में बैठ कर लौट आया। इस पूरे मामले को लेकर रितेश का बयान काफी चौंकाने वाला है। रितेश ने अपने बयान में बताया कि सोमवार को वह रवे मैदे के पैसों की उगरानी करने के लिए शाजापुर गया था। जब वह वापस लौट रहा था तो माल की रिकवरी नहीं होने की वजह से काफी दुखी हो गया। इसके बाद वह उसने शाजापुर टोल के समीप अपनी कार को खड़ा कर दिया और वहां से सब्जी के वाहन में बैठकर ग्वालियर चला गया। ग्वालियर से वह अगले ही दिन बस में बैठ कर वापस लौट आया।

रितेश का यह वीडियो वायरल हुआ या करवाया गया है । इसके पीछे कई सवाल है । इसके अतिरिक्त यह भी महत्वपूर्ण सवाल है कि रितेश अपनी मर्जी से भी ग्वालियर क्यों गया था ? इतना ही नहीं उसने अपना मोबाइल क्यों बंद कर लिया था ? यह भी एक बड़ा प्रश्न है जब रितेश के पास कार थी तो वह सब्जी के वाहन बैठकर ग्वालियर क्यों गया ? इसके बाद एक और सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि वह ग्वालियर से बस में बैठकर मक्सी कैसे पहुंचा था ? मगर वर्तमान समय में बस बंद है । इस बात की पुष्टि शाजापुर पुलिस ने भी की है। ग्वालियर और मक्सी के बीच में कोई बस नहीं चल रही है। इन्हीं सब सवालों की वजह से रितेश सिरोलिया के लापता होने और वापस लौट आने की कहानी अनसुलझी नजर आ रही है। 

 गौरतलब है कि दौलतगंज के व्यापारियों ने गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा को ज्ञापन देकर रितेश सुरेलिया के मामले में जल्द ही कार्रवाई की बात रखी थी। गृहमंत्री ने भी 24 घंटे के अंदर पूरा मामला सुलझा ने का आश्वासन भी दिया था। इसके बाद अचानक रितेश सिरोलिया के लापता होने की गुत्थी सुलझ गई। इस पूरे मामले में पुलिस की कार्यप्रणाली पर कोई सवाल नहीं उठता है, मगर रितेश सिरोलिया की कहानी पर 10 सवाल उठ रहे हैं। यह सब कुछ व्यापारियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। संभावना है कि पुलिस एक-दो दिनों में पूरे मामले का सूक्ष्मता से पता लगाएगी। यह भी हो सकता है कि रितेश सिरोलिया अभी भी भयभीत है और दबाव की वजह से सही जानकारी बाहर नहीं आ पा रही है। 

 कारण-

– यह भी एक कारण हो सकता है कि रितेश सिरोलिया अपनी मर्जी से नहीं गए थे लेकिन कुछ परिस्थिति की वजह से उन्हें अभी कारण छुपाना पड़ रहा है।

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