उज्जैन । हर मतदाता यह चाहता है कि उनके क्षेत्र से जीते हुए जनप्रतिनिधि सर्वोच्च पद पर रहे । यही वजह है कि मतदान करते समय मतदाता कई उम्मीदें लगा लेता है और जब जनप्रतिनिधि के शीर्ष पर पहुंचने की उम्मीदें बढ़ जाती है तो मतदाता भी खुश होता है। उज्जैन के दो विधायक इन दिनों मंत्री पद की दौड़ में शामिल हैं, जिन्हें लेकर “उज्जैन चर्चा” ने सबसे बड़ा सर्वे किया। इस सर्वे की पूरी रिपोर्ट देखिए।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंत्रिमंडल विस्तार करने जा रहा है, इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष बीडी शर्मा और मुख्यमंत्री स्वयं, संगठन मंत्री के साथ दिल्ली रवाना हो गए हैं । दिल्ली से सोमवार की शाम को वापस लौट कर आएंगे। वर्तमान में विधानसभा सदस्यों की संख्या के अनुरूप 35 मंत्री बनाए जा सकते हैं । इनमें मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान खुद भी शामिल है। वर्तमान में 5 मंत्री बनाए जा चुके हैं। इस प्रकार अब 29 और मंत्री बनाए जाना है । इसे लेकर कवायद तेज हो गई है। ऐसा माना जा रहा है कि 30 जून को 29 मंत्री शपथ ले सकते हैं जिसे लेकर अंतिम मोहर केंद्रीय नेतृत्व की लगना है। इसी बीच उज्जैन जिले से 2 नाम सुर्खियों में है। इनमें उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन के साथ साथ उज्जैन दक्षिण के विधायक मोहन यादव का नाम शामिल है।
रविवार को “उज्जैन चर्चा” के माध्यम से लोगों से वोटिंग कराई गई कि वह किसे मंत्री पद पर देखना चाहते हैं ? उज्जैन उत्तर की ओर से इस सर्वे में लगभग 9012 लोगों ने वोट किया। इनमें उज्जैन उत्तर के विधायक पारस जैन को 4552 वोट आए जबकि उज्जैन दक्षिण के विधायक मोहन यादव के समर्थन में दक्षिण विधानसभा के लोगों ने 4460 वोट दिए।
ऐसा नहीं है कि इन वोटों से किसी भी जनप्रतिनिधि की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है लेकिन मतदाताओं में मंत्री पद को लेकर हमेशा से उत्साह रहा है। उज्जैन उत्तर के मतदाताओं का कहना है कि एक बार फिर उज्जैन को उत्तर को प्रतिनिधित्व मिलना चाहिए जबकि दक्षिण विधानसभा के मतदाताओं का कहना है कि पूर्व मंत्री शिवनारायण जागीरदार के बाद उज्जैन दक्षिण को अभी तक मौका नहीं मिला है। एक बार उज्जैन दक्षिण के जनप्रतिनिधि को भी मौका दिया जाना चाहिए ।
“उज्जैन चर्चा” के माध्यम से आप आगे भी अलग-अलग मुद्दों और उपचुनाव को लेकर सर्वे देखेंगे।