शुक्रवार से उज्जैन में चलाए जा रहे अभियान के तहत साधु-संतों पर भी नियम तोड़ने पर गिरफ्तारी की गाज गिरी है.
उज्जैन। मध्य प्रदेश के सबसे संक्रमित 5 शहरों में शामिल उज्जैन में कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए जिला प्रशासन द्वारा नए-नए नियम लागू किए जा रहे हैं. उज्जैन में आज से मास्क नहीं पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ गिरफ्तारी अभियान चलाकर उन्हें अस्थाई जेल माधव कालेज में रखा जा रहा है. समाचार लिखे जाने तक पुलिस ने लगभग 300 से ज्यादा लोगों के खिलाफ कार्रवाई की है.
उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने बताया कि पिछले 10 दिनों में उज्जैन में कोरोना पॉजिटिव मामलों में काफी बढ़ोतरी हुई है. इसी को दृष्टिगत रखते हुए अभियान चलाया गया है. इसके तहत मास्क नहीं पहनने वालों को गिरफ्तार कर माधव कॉलेज की अस्थाई जेल में रखा जा रहा है. इसके अलावा जमानत पर रिहा करते समय मास्क भी दिए जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि उज्जैन में पिछले 3 दिनों में 19 से 32 तक कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं. इसी को दृष्टिगत रखते हुए पुलिस के सहयोग से अभियान चलाया जा रहा है. उज्जैन कलेक्टर के मुताबिक सभी प्रकार की सख्ती की जा रही है इसके बावजूद अगर लोग नियम तोड़ते हैं तो फिर अंतिम विकल्प के रूप में लॉकडाउन किया जाएगा.
साधु संतों पर भी कार्यवाही
उज्जैन एसपी मनोज कुमार सिंह के मुताबिक नियमों का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ धारा 188 के तहत कार्रवाई की जा रही है. धार्मिक नगरी उज्जैन में आम लोगों के साथ साथ साधु संतों पर भी नियम तोड़ने पर कार्रवाई हो रही है.
लाखों का जुर्माना फिर भी नियम तोड़ने में अव्वल
धार्मिक नगरी उज्जैन में अभी तक 1056 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं जबकि 71 लोगों की कोरोना से मौत हो चुकी है. उज्जैन में जिला प्रशासन के अभियान से ₹10 लाख से ज्यादा का जुर्माना हो चुका है. जबकि 3000 से ज्यादा मुकदमे दर्ज हो चुके हैं. इसके बावजूद नियम तोड़ने वालों की लंबी फेहरिस्त बन रही है.