“जिस्म” के बाद “मकान” पर नजर थी उसकी..

उज्जैन। उसने हमारा सब कुछ छीन लिया था.. मेरी मां को इतना प्रताड़ित किया कि वह सुध बुध खो बैठी है… उसने मां को खूब ब्लैकमेल किया जिसके बाद उसकी हमारे मकान पर नजर थी.. मेरे पास उसकी हत्या के सिवा कोई रास्ता नहीं बचा था.. चार झूठे मुकदमे मेरे खिलाफ भी दर्ज करवा दिए थे।

यह कहानी पुलिस को सुनाई है हत्या के आरोपी अभिषेक सिंह ठाकुर ने। पंवासा थाना क्षेत्र में कुछ दिनों पहले बजरंग नगर के एक मकान में कायथा के हिस्ट्रीशीटर बदमाश अशोक मालवीय की हाथ और पैर बंधी हुई लाश मिली थी। इस हत्याकांड का उज्जैन पुलिस ने खुलासा कर दिया है। खुलासा इतना चौंकाने वाला है कि पुलिस अधिकारी भी दंग रह गए ।

पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रूपेश द्विवेदी ने बताया कि आरोपी अभिषेक सिंह ठाकुर ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उसने बताया कि अशोक मालवीय की वजह से उनका पूरा परिवार तबाह हो गया था। उनकी मां सुध बुध खो बैठी थी। इसके अलावा अशोक मालवीय से बचने के लिए उन्होंने कई ठिकाने ढूंढे लेकिन वे बच नहीं पाए। अशोक  भी लगातार उनके पीछे पड़ा हुआ था। घटना वाले दिन अशोक मालवीय ने मकान का ताला तोड़ दिया और घर में घुस गया। वह मकान पर कब्जा करना चाहता था। उस दिन वह नशे में था। जैसे ही पड़ोसियों ने मकान का ताला तोड़कर अशोक के घर में घुसने की बात अभिषेक सिंह ठाकुर को बताई तो वह आग बबूला हो गया । इसके बाद वह सीधे बजरंग नगर स्थित मकान पर पहुंचा, जहां पर अशोक मालवीय पहले से ही मौजूद था। अशोक मालवीय और उनके बीच मारपीट शुरू हो गई। अशोक ने अभिषेक पर ईट से प्रहार किया। पंवासा  थाना प्रभारी मुनेन्द्र सिंह गौतम ने बताया कि अभिषेक उस समय बच गया और जब उसने ईट उठाकर अशोक पर मारी तो अशोक घायल हो गया। इसके बाद उसने गला दबाकर अशोक की हत्या कर दी। हत्या के बाद अशोक के हाथ और पैर बांध दिए और उसे करंट भी लगाया । जब अभिषेक को यह आभास हो गया कि अशोक मालवीय की मौत हो गई है तो वह ताला लगाकर फरार हो गया। आरोपी अभिषेक सिंह ठाकुर ने यह भी बताया कि अशोक मालवीय ने उसके खिलाफ 4 झूठे मुकदमे दर्ज करवा दिए थे जिसकी वजह से भी वह बदला लेना चाहता था ।

गौरतलब है कि अभिषेक की मां पहले ही अशोक मालवीय के खिलाफ थाने में दुष्कर्म सहित अन्य धाराओं में मुकदमा दर्ज करा चुकी थी लेकिन इसके बावजूद अशोक उनका पीछा नहीं छोड़ रहा था। अभिषेक का कहना है कि अशोक उनकी संपत्ति पर नजर रहा था। वह मकान को हथियाना चाहता था। सभी वजह एकसाथ जुड़ने के बाद उसने तात्कालिक विवाद के चलते हत्या कर दी । आरोपी अभिषेक को केंद्रीय जेल भेज दिया गया है। इस पूरे घटनाक्रम ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं उनके जवाब पुलिस ढूंढ रही है।

एक नजर-

– अशोक मालवीय बस कंडक्टर था और उसकी पहचान महिला से बस में आवागमन के दौरान हुई थी।

– आरोपी अभिषेक पिछले कुछ दिनों से तराना में अपने मामा के यहां रह रहा था लेकिन घटना के 3 दिन पहले ही उसने सेठीनगर में कमरा किराए से लिया था।

– पुलिस के मुताबिक अशोक पर कायथा थाना क्षेत्र में कई मामले दर्ज थे। वर्तमान में वह जिला बदर था।

– आरोपी अभिषेक ने यह भी कहा कि मृतक अशोक अक्सर कहता था कि कानून और बदमाश कोई भी उनकी मदद नहीं करेंगे।

 

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