उज्जैन । उज्जैन में सावन के अंतिम सोमवार रक्षाबंधन पर्व पर 12 कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आए ।सबसे बड़ी बात तो यह है कि अलग-अलग इलाकों के कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आ रहे हैं जिससे जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की चिंता लगातार बढ़ रही है।
धार्मिक नगरी उज्जैन में धीरे-धीरे ही सही लेकिन कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। सबसे चौंकाने वाली बात तो यह है कि उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह और पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह जब कोरोना पॉजिटिव मरीजों की हिस्ट्री जानने के लिए पहुंचे तो उन्हें यह तक पता नहीं चल पाया कि वे कहां से संक्रमित हुए हैं ? जब हिस्ट्री पता नहीं चल पा रही है तो ऐसी आशंका है कि कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या और भी बढ़ सकती है । जिला प्रशासन द्वारा लगातार कोरोना की चेन तोड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं मगर प्रयास पूरी तरह सफल नहीं हो पा रहे हैं । इसके पीछे कहीं ना कहीं आम लोगों की लापरवाही भी जिम्मेदार है । जिला प्रशासन द्वारा लगातार मास्क पहनने और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करने की अपील की जा रही है मगर लापरवाही के कारण कोरोना की चेन लगातार लंबी होती जा रही है।
उज्जैन में कोरोना की वजह से अभी तक 74 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 12 सौ से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं । गौरतलब है कि कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ने का आंकड़ा शुरू शुरू में धीरे-धीरे रहता है लेकिन बाद में विस्फोटक स्थिति भी बन सकती है । इसी वजह से जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग द्वारा लगातार फूंक-फूंक कर कदम उठाए जा रहे हैं। सबसे बड़ी बात यह है कि शहरी क्षेत्र में सैंपल का प्रतिशत जरूर बढ़ाया गया है मगर अभी भी और भी सैंपलिंग बढ़ाए जाने की जरूरत है।