उज्जैन। आखिरकार देवास एसपी डॉ शिवदयाल सिंह का शक सही निकला.. उन्हें पहले ही आशंका थी कि वनरक्षक की शिकारियों ने हत्या की है.. आखिरकार पुलिस ने हत्याकांड का पर्दाफाश करते हुए आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया है…
उल्लेखनीय है कि रतनपुर जंगल में शिकार करने गए बदमाशों ने वनरक्षक मदनलाल वर्मा को गोली मार दी थी । भरमार बंदूक से गोली लगने के कारण मौके पर ही मदनलाल वर्मा की मौत हो गई। इस हत्याकांड को चुनौती के रूप में लेकर देवास एसपी डॉक्टर शिव दयाल सिंह कड़ी कार्रवाई के निर्देश जारी किए। पुलिस कप्तान को पहले ही शक था कि यह हत्याकांड शिकारियों द्वारा अंजाम दिया गया हो सकता है। आखिरकार पुलिस कप्तान का शक सही निकला। पुलिस अधीक्षक ने अंधे कत्ल का पर्दाफाश करने के लिए 4 टीम गठित की थी। इस टीम ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
बताया जाता है कि हत्याकांड में मोहन वाास्ते, गुलाब रावत, ध्यान सिंह और दीप सिंह का हाथ था। तभी आरोपी उदय नगर के कटुक्या पिपरी गांव के रहने वाले हैं। पुलिस अधीक्षक डॉक्टर शिव दयाल सिंह ने बताया कि आरोपियों से एक भरमार बंदूक, लोहे के बड़े छर्रे, बारूद ,हिरण के सींग सहित अन्य सामान मिला है। गौरतलब है कि मदन लाल वर्मा को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शहीद का दर्जा दिया है। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक मोहन पर पूर्व में भी अपराधिक प्रकरण दर्ज है जबकि गुलाब पर भी थाना उदय नगर में मुकदमे दर्ज हैं । पुलिस अधीक्षक डॉ शिव दयाल सिंह की सक्रियता से 24 घंटे के भीतर अंधे कत्ल का पर्दाफाश हो गया और आरोपियों को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया गया।